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राजस्थान: सालों बाद सचिन पायलट ने बांधा साफा, ये थी बड़ी वजह

पायलट ने पिछले दिनों बताया था कि 2014 में पार्टी की हार के बाद उन्होंने प्रण लिया था कि जब तक कांग्रेस सत्ता में वापसी नहीं करेगी वो साफा नहीं बांधेंगे.

Updated on: 18 Dec 2018, 09:58 AM

नई दिल्ली:

विधानसभा चुनाव में जबरदस्त जीत के बात सोमवार को कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने राजस्थान के 12वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. वहीं, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट ने उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. राज्यपाल कल्याण सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की उपस्थिति में उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई गई. इस दौरान सचिन पायलट ने पारंपरिक राजस्थान साफा पहना हुआ था. अब तक सचिन को इस रूप में पहले नहीं देखा गया था जिसके पीछे उनकी एक बड़ी वजह छुपी हुई थी.

दरअसल सचिन पायलट ने सौगंध ली थी कि जब तक राजस्थान में कांग्रेस की सत्ता नहीं लौटती है तब तक वो साफा नहीं पहनेंगे. पायलट ने पिछले दिनों बताया था कि 2014 में पार्टी की हार के बाद उन्होंने प्रण लिया था कि जब तक कांग्रेस सत्ता में वापसी नहीं करेगी वो साफा नहीं बांधेंगे. उन्होंन खुद को साफे से दूर करने फैसला किया जो कि संस्क़ति का एक प्रतीक है.

बता दें कि राजस्थान में राजस्थानी साफा संस्कृति और परंपराओं का एक अभिन्न हिस्सा है. खासकर चुनाव प्रचार में तो हर पार्टी का नेता साफा पहने नजर आता है. लेकिन प्रचार अभियान के दौरान जब भी सचिन पायलट को लोगों और उनके समर्थकों ने स्वागत के रूप में साफा भेंट किया तो पायलट उसे माथे से लगाकर रख दिया करते थे.

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उपमुख्यमंत्री पायलट ने जनवरी साल 2014 में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष का पदभार संभाला जबकि 2013 के विधानसभा चुनाव और 2014 के लोकसभा चुनाव में पार्टी राज्य में बुरी तरह हारी थी. हालांकि इस विधानसभा चुनाव में पायलट ने टोंक सीट से जीत दर्ज की. यह उनका पहला विधानसभा चुनाव था और उन्हें राज्य का उपमुख्यमंत्री बनाया गया है.

(पीटीआई)