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3 गोलियां लगने पर भी आतंकियों को मारता रहा राजस्थान का लाल, शहादत पर सूनी हुईं सीकर की गलियां!

लांपुआ गांव का जवान मुहेश कुमार मीणा सीआरपीएफ की श्रीनगर बटालियन में तैनात था.

Updated on: 15 Jan 2019, 10:07 AM

सीकर:

राजस्थान के सीकर जिले के रहने वाले महेश कुमार मीणा भारत माता की रक्षा करते हुए शहीद हो गए. खाटूश्‍यामजी इलाके के लांपुवा गांव के लाडले महेश ने आतंकियों से लोहा लेते हुए मातृभूमि के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए. महेश कुमार मीणा ने श्रीनगर के पुलवामा जिले में आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में डटकर मुकाबला किया. तीन गोली लगने के बाद भी मीणा मोर्च पर डटे रहे.

घायल महेश का एम्स अस्पताल में इलाज चल रहा था, जहां सोमवार देर शाम उन्होंने दम तोड़ दिया. आज दोपहर शहीद के पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव लांपुआ पहुंचाया जाएगा. देश के लिए जान न्योछावर करने वाले शहीद महेश मीणा का पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा.

अस्पताल में इलाज के दौरान महेश कुमार मीणा की तस्वीर

महेश की शहादत की खबर के बाद पूरे गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है. गौरतलब है कि लांपुआ गांव का जवान मुहेश कुमार मीणा सीआरपीएफ की श्रीनगर बटालियन में तैनात था. पांच जनवरी को पुलवामा जिले के त्राल के अरिपाल क्षेत्र के एक घर में आतंकवादियों के छिपे होने की सूचना मिली थी. सूचना पर सीआरपीएफ के जवानों ने मकान को घेर लिया था.

आतंकवादियों से हुई मुठभेड में दोनों ओर से जबरदस्त फाइरिंग हुई, जिसमें जवान महेश कुमार मीणा को श्वांस नली में एक और कंधे पर दो गोली लगी थी. सैनिकों ने घायल जवान को श्रीनगर के 92 बीएच सैनिक अस्पताल में भर्ती करवाया था. जिसे बाद में एम्स दिल्ली रेफर कर दिया गया था, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया.