राजस्थान : इनके हाथ होगी जीत की चाबी, यूं ही नहीं लुभा रहीं बीजेपी और कांग्रेस
भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां युवाओं पर फ़ोकस कर रही हैं. एक ओर युवाओं के रोजगार को लेकर आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति परवान पर है, वही दोनों ही पार्टियां युवाओं को रिझाने की भरसक कोशिश कर रही हैं.
जयपुर:
राजस्थान विधानसभा चुनाव भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां युवाओं पर फ़ोकस कर रही हैं. एक ओर युवाओं के रोजगार को लेकर आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति परवान पर है, वही दोनों ही पार्टियां युवाओं को रिझाने की भरसक कोशिश कर रही हैं. दोनों ही दलों को लग रहा है युवा जिस ओर करवट लेगा, उसी दल की जीत होगी. दरअसल 106 सीटों पर नए मतदाता निर्णायक होंगे. इनमें अभी 77 पर भाजपा का कब्जा है. पिछले हार जीत के मार्जिन से नए वोटरों की संख्या अधिक बढ़ गई है.
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दोनों दल यूं ही युवाओं को नहीं रिझा रहे हैं. इसका बड़ा कारण यह है कि इस चुनाव में प्रदेश की 106 विधानसभा सीटें ऐसी हैं, जहां नए वोटर निर्णायक स्थिति में हैं. पिछले चुनाव में इन सीटों पर हार-जीत का जितना अंतर रहा था, उससे अधिक तो इस चुनाव में नए वोटर जुड़ गए हैं. चुनाव आयोग के आंकड़ों की मानें तो राज्य में इस बार के चुनाव में 40 लाख नए मतदाता जुड़े हैं. ये 40 लाख नए मतदाता राज्य की 106 सीटों पर निर्णायक होंगे. जिन 106 सीटों पर नए मतदाता अपना प्रभाव छोड़ेंगे, उनमें से 77 सीटों पर अभी बीजेपी का कब्जा है.
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यह नए मतदाता जिसे वोट देंगे, उस पार्टी की जीत कोई नहीं रोक सकता. हार-जीत के अंतर से अधिक नए मतदाता वाली सीटों की संख्या 106 होने के कारण नए मतदाता सरकार बनाने में भी अहम भूमिका निभाएंगे. बीजेपी के लिए अपनी उन 77 सीटों (जहां नए मतदाता प्रभावी हैं) को बचाए रखने की चुनौती है तो कांग्रेस भी इन्हें अपने पक्ष में करने के लिए जी जान लगा रही है. इनके अलावा हार-जीत के अंतर से अधिक नए मतदाता वाली सीटों में 17 पर कांग्रेस, 3 पर बसपा, 4 पर राजपा और 5 पर निर्दलीयों का कब्जा है.
इन सीटों पर पिछले चुनाव में जीती थी बीजेपी
करणपुर, अनूपगढ़, संगरिया, खाजूवाला, पीलीबंगा, बीकानेर पश्चिम, डूंगरगढ़, तारानगर, सुजानगढ़, पिलानी, उदयपुरवाटी, सीकर, श्रीमाधोपुर, विराटनगर, शाहपुरा (जयपुर), झोटवाड़ा, हवामहल, सिविल लाइंस, किशनपोल, आदर्श नगर, डीडवाना, जायल, नागौर, डेगाना, मकराना, परबतसर, पाली, मारवाड़ जंक्शन, बाली, शेरगढ़, ओसियां, जैसलमेर, बायतु, सिवाना, चौहटन, अहोर, गोगुंदा, खेरवाड़ा, उदयपुर ग्रामीण, धरियावद, डूंगरपुर, आसपुर, चाकसू, किशनगढ़बास, थानागाजी, रामगढ़, कठूमर, कामां, नगर, नदबई, बैर, बयाना, बसेड़ी, हिंडौन, बांदीकुई, महुवा, बामनवास, सवाई माधोपुर, मालपुरा, मसूदा, केकड़ी, सागवाड़ा, कुशलगढ़, चित्तौडगढ, निबाहेड़ा, बड़ी सादड़ी, भीम, नाथद्वारा, आसींद, सहाड़ा, मांडलगढ़, पीपल्दा, कोटा उत्तर, लाडपुरा, अंता, किशनगंज, बारां.
इन सीटों पर हैं कांग्रेस के विधायक
कोलायत, सरदारशहर, झुंझुनूं, लक्ष्मणगढ़, दातारामगढ़, बाड़मेर, सांचोर, झाड़ोल, डीग, बाड़ी, राजाखेड़ा, टोडाभीम, करौली, सपोटरा, बागीदौरा, जहाजपुर, हिंडौली.
राजपा ने यहां लहराया था परचम
आमेर, राजगढ़, सिकराय, लालसोट
3 सीटें आई थीं बसपा के खाते में
सादुलपुर, खेतड़ी, धौलपुर
यहां निर्दलीयों का कब्जा
लूणकरणसर, मंडावा, फतेहपुर, वल्लभनगर, बस्सी.
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