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जिसका डर था वही हुआ, जयपुर में कांग्रेस के दफ्तर के बाहर अशोक गहलोत और सचिन पायलट के समर्थकों में हो रही नारेबाजी

राज्य में दो ही नाम सबसे ऊपर चुनाव से पहले ही थे और बाद में भी अब इन दोनों ही दिग्गज नेताओं के समर्थकों में अपने अपने नेता को सीएम की कुर्सी पर देखने के लिए होड़ मची है.

Updated on: 13 Dec 2018, 03:03 PM

जयपुर:

Rajasthan Chief Minister Congress - राजस्थान में विधानसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है और बसपा के समर्थन की घोषणा के बाद पार्टी सरकार बनाने को तैयार है. इसी के साथ अब यह घोषणा होना बाकी है कि राज्य में कांग्रेस पार्टी की कमान किसके हाथ में होने जा रही है. राज्य में दो ही नाम सबसे ऊपर चुनाव से पहले ही थे और बाद में भी अब इन दोनों ही दिग्गज नेताओं के समर्थकों में अपने अपने नेता को सीएम की कुर्सी पर देखने के लिए होड़ मची है. इसी का नतीजा है कि कांग्रेस पार्टी के दफ्तर के बाहर नारेबाजी हो रही है.

राज्य में पार्टी अध्यक्ष सचिन पायलट और दो बार के सीएम अशोक गहलोत के बीच सीएम पद की लड़ाई है. यह अलग बात है कि दोनों ही नेता अभी तक इस मुद्दे पर खुलकर नहीं बोल रहे है. चुनाव परिणामों के बाद इन दोनों ही नेताओं ने सीएम पद पर कोई राय स्पष्ट रूप से नहीं दी है.

बता दें कि इससे पहसले राजस्थान (Rajasthan Election) में मुख्यमंत्री पद की रेस को लेकर अशोक गहलोत (ashok gehlot) और सचिन पायलट के बीच तकरार सामने आने लगी थी. यहां तक की अशोक गहलोत ने इशारों में खुद को मुख्यमंत्री पद का दावेदार भी कह दिया है. याद दिला दें कि एग्जिट पोल के नतीजों से ही खुश हो कर कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने कहा था कि राजस्थान में कांग्रेस पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएगी. उन्होंने कहा था कि पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम वसुंधरा राजे का जादू खत्म हो गया है. इसके साथ ही अशोक गहलोत ने खुद को राजस्थान का असली जादूगर बताया था. अशोक गहलोत ने कहा था, 'राजस्थान का असली जादूगर मैं हूं, जनता के मन में है कि मै राजस्थान में रहूं. मैं राजस्थान की हमेशा सेवा करता रहूंगा.'

गौरलतब है कि कल नतीजों के बाद अशोक गहलोत ने मीडिया के सामने अपनी खुशी जाहिर की थी. साथ ही जनता का आभार जताया. उन्होंने कहा था, 'यह तय है कि राज्य में कांग्रेस पार्टी सरकार बनाने जा रही है. पार्टी अध्यक्ष तय करेंगे कि मुख्यमंत्री कौन बनेगा!'