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राजस्थान विधानसभा चुनाव 2018: 7 दिसंबर को डाले जाएंगे वोट, 19 नवंबर तक नामांकन की तारीख़

मुख्य निर्वाचन आयुक्त ओम प्रकाश रावत ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'राजस्थान और तेलंगाना में एक ही दिन सात दिसंबर को मत डाले जाएंगे. वहीं वोटों की गिनती 11 दिसंबर को की जाएगी.'

Updated on: 08 Oct 2018, 10:18 AM

नई दिल्ली:

चुनाव आयोग ने शनिवार को राजस्थान विधानसभा चुनाव की घोषणा कर दी है. राजस्थान में 7 दिसंबर को चुनाव होने वाला है इसी दिन तेलंगाना में भी चुनाव होगा. मुख्य निर्वाचन आयुक्त ओम प्रकाश रावत ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'राजस्थान और तेलंगाना में एक ही दिन सात दिसंबर को मत डाले जाएंगे. वहीं वोटों की गिनती 11 दिसंबर को की जाएगी.' 200 सदस्यीय राजस्थान विधानसभा का कार्यकाल 20 जनवरी, 2019 को समाप्त होगा. यहां भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सत्ता में है.

चुनाव कार्यक्रम घोषित होते ही इन राज्यों में चुनाव आचार संहिता लागू हो गयी. संवाददाता सम्मेलन में चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा और अशोक लवासा भी मौजूद थे.

बता दें कि राजस्थान में कुल 200 विधानसभा सीट है. साल 2013 विधानसभा में यहां बीजेपी को कुल 163 सीटों पर जीत हासिल हुई थी जबकि कांग्रेस के पास महज़ 21 सीटें ही बची थीं। इसके अलावा अन्य को 7 सीट, बीएसपी (बहुजन समाज पार्टी) को 3 सीट और एनपीईपी (नेशनल पीपल्स पार्टी) को 4 सीट, एनयूज़ेडपी (नेशनल यूनियनिस्ट ज़मींदार पार्टी) को 2 सीटों पर जीत मिली थी।

इसके लिये 12 नवंबर को अधिसूचना जारी की जायेगी. नामांकन की अंतिम तिथि 19 नवंबर, नामांकन पत्रों की जांच 20 नवंबर और नामांकन पत्रों की वापसी की तिथि 22 नवंबर तय की गयी है.

रावत ने बताया कि सभी राज्यों में शतप्रतिशत वीवीपेट युक्त ईवीएम से मतदान कराया जायेगा. उन्होंने बताया कि इन चुनावों में प्रत्येक मतदान केन्द्र पर पहली बार मतदाता सहायता बूथ बनाये जायेंगे.

साथ ही आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों को चुनाव प्रक्रिया से दूर करने संबंधी सुप्रीम कोर्ट के हाल के फैसले का अनुपालन करते हुये उम्मीदवारों द्वारा पेश किये जाने वाले हलफनामे की रूपरेखा में बदलाव किया गया है. इसमें प्रत्येक उम्मीदवार को लंबित आपराधिक मामलों की जानकारी विभिन्न मीडिया माध्यमों से सार्वजनिक करने के पालन की जानकारी देनी होगी.

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उन्होंने बताया कि चुनाव के दौरान निर्वाचन नियमों के उल्लंघन की शिकायत मोबाइल एप 'सी विजिल' के जरिये मतदाता कर सकेंगे. इससे पहले इस एप को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान सिर्फ बेंगलुरु विधानसभा सीट पर सफलता पूर्वक प्रयोग किया गया था. अब पहली बार इसका व्यापक पैमाने पर इस्तेमाल किया जायेगा.