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वीडियो: 'हार्ट ऑफ एशिया' सम्मेलन में हिस्सा लेने अमृतसर पहुंचे मोदी

अजीज पंजाब सरकार द्वारा अमृतसर में आयोजित रात्रिभोज में भी शामिल हो सकते हैं।

Updated on: 03 Dec 2016, 10:29 PM

अमृतसर:

हार्ट ऑफ़ एशिया सम्मेलन में भाग लेने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमृतसर पहुंच चुके हैं। पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, उप मुख्यमंत्री सुखबीर बादल, केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर और केंद्रीय मंत्री वी. के. सिंह ने प्रधानमंत्री के पहुंचने पर उनका स्वागत किया।

उनके आने के थोड़े ही देर बाद अफ़ग़ानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ़ गनी भी वहां पहुंचे।

दोनों साथ साथ स्वर्ण मंदिर देखने पहुंचे जहां प्रधानमंत्री मोदी ने श्रद्धालुओं को लंगर भी खिलाया।

बताया जा रहा है कि युद्ध से तबाह अफगानिस्तान में शांति और स्थिरता के प्रयास के तहत आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन 'हार्ट ऑफ एशिया-इस्तानबुल प्रोसेस' से इतर दोनों नेता मुलाकात करेंगे।

विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि मोदी और गनी संयुक्त रूप से हार्ट ऑफ एशिया के मंत्रिस्तरीय विचार-विमर्श सत्र का उद्घाटन करेंगे, जिसमें रविवार को 14 देशों के 40 से भी अधिक विदेश मंत्री शामिल होंगे।

दोनों नेता और सम्मेलन में भाग लेने आ रहीं अन्य वैश्विक हस्तियां स्वर्ण मंदिर में मत्था टेकने जा सकती हैं।

मोदी ने एक ट्वीट में कहा, "इस (शनिवार) शाम मुझे अमृतसर में स्वर्ण मंदिर में प्रार्थना करने का मौका मिलेगा। स्वर्ण मंदिर जाना हमेशा बेहद खास होता है।"

पाकिस्तान की विदेश नीति पर प्रधानमंत्री के सलाहकार सरताज अजीज के कार्यक्रम में अंतिम क्षणों में बदलाव हुआ है। अब रविवार की जगह शनिवार शाम को ही वह अमृतसर पहुंच रहे हैं। एक अधिकारी ने रविवार के मौसम के अनिश्चित रहने की भविष्यवाणी को उनके कार्यक्रम में बदलाव का कारण बताया है।

पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नफीस जकारिया ने आईएएनएस से कहा, "अजीज एक विशेष विमान से आज (शनिवार) शाम को यात्रा कर रहे हैं।"

जकारिया ने यह भी कहा कि पंजाब सरकार ही इस वैश्विक कार्यक्रम का इंतजाम कर रही है।

इससे पहले पाकिस्तान के इस शीर्ष राजनयिक का सम्मेलन में भाग लेने के लिए रविवार को अमृतसर पहुंचने का कार्यक्रम था और माना जा रहा था कि वह उसी दिन पाकिस्तान लौट जाएंगे।

अधिकारी ने कहा कि इस सम्मेलन से इतर भारत और पाकिस्तान के बीच कोई औपचारिक बातचीत होने की संभावना नहीं है।

भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव के बीच अमृतसर में शनिवार से हार्ट ऑफ एशिया सम्मेलन शुरू हुआ। इसके साथ ही इस सम्मेलन से इतर दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय बातचीत शुरू होगी या नहीं इसके कयास भी लगाए जाने लगे हैं।

अजीज इस सम्मेलन में पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं। यह सम्मेलन अफगानिस्तान और उसके पड़ोसियों के बीच क्षेत्रीय सहयोग पर केंद्रित है। इसका मकसद बेहतर संपर्क बनाना और युद्ध से तबाह देश में सुरक्षा के खतरों से निपटना है।

पाकिस्तान, अफगानिस्तान, अजरबैजान, चीन, भारत, ईरान, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, रूस, सऊदी अरब, ताजिकिस्तान, तुर्की, तुर्कमेनिस्तान और यूनाइटेड अरब अमीरात (यूएई) हार्ट ऑफ एशिया इनिशिएटिव के हिस्से हैं। इसकी शुरुआत वर्ष 2011 में की गई थी। इसका मकसद अफगानिस्तान और इसके पड़ोसी देशों के बीच आतंकवाद, चरमपंथ और गरीबी जैसी समान समस्याओं से निपटने के लिए आर्थिक एवं सुरक्षा सहयोग को बढ़ावा देना है।

इस्तानबुल में नवंबर 2011 में स्थापित इस सम्मेलन के आयोजकों ने कहा कि इसका मकसद भरोसा बढ़ाने के उपायों को मजबूत करना और मादक पदार्थो की तस्करी और आतंकवाद के मुकाबले के लिए कदम उठाना और अफगानिस्तान में व्यापार, वाणिज्य और निवेश के अवसरों को विस्तारित करना है।

भारत पहली बार हार्ट ऑफ एशिया सम्मेलन का आयोजन कर रहा है। इससे पहले पांच बार यह सम्मेलन हो चुका है।

राज्य सरकार पंजाब की समृद्ध संस्कृति और परंपरा दर्शाने के लिए पाकिस्तान की सीमा से सटे इस शहर के बाहरी इलाके में विरासत गांव 'साडा पिंड' में सम्मानित अतिथियों के लिए रात्रिभोज का आयोजन करेगी।

मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल द्वारा आयोजित भोज में मोदी और गनी भी शामिल होंगे।

अफगानिस्तान हार्ट ऑफ एशिया का स्थायी अध्यक्ष है, जबकि मेजबान देश इसका सह-अध्यक्ष होता है।