logo-image

बठिंडा विस्फोट: मरने वालों की संख्या बढ़कर हुई 5, हुआ था आईईडी का इस्तेमाल

पंजाब पुलिस ने बताया है कि बठिंडा के मौर मंडी में मंगलवार शाम चुनावी रैली के बाद हुए शक्तिशाली विस्फोट में दो उच्च क्षमता वाले आईईडी का इस्तेमाल किया गया था। इस विस्फोट में मरने वालों की संख्या बढ़कर पांच हो गई है।

Updated on: 02 Feb 2017, 12:23 AM

नई दिल्ली:

पंजाब पुलिस ने बताया है कि बठिंडा के मौर मंडी में मंगलवार शाम चुनावी रैली के बाद हुए शक्तिशाली विस्फोट में दो उच्च क्षमता वाले आईईडी का इस्तेमाल किया गया था। इस विस्फोट में मरने वालों की संख्या बढ़कर पांच हो गई है।

लुधियाना के एक अस्पताल में दो और बच्चों के मृत्यु के बाद कार विस्फोट में मरने वालों की संख्या बुधवार को पांच हो गई।

यहां से करीब 200 किलोमीटर दूर कांग्रेस उम्मीदवार हरमिंदर सिंह जस्सी की मंगलवार शाम को मौर मंडी शहर में रैली समाप्त होने के तुरंत बाद हुए विस्फोट में दो पुरुषों और एक बच्चे की मौत हो गई थी।

और पढ़ें: VIDEO: पंजाब के बठिंडा में कांग्रेस की रैली में कार ब्लास्ट, तीन की मौत, हादसे में कई लोग घायल

मौर मंडी के एक पुलिस अधिकारी ने कहा, "आज (बुधवार को) जिन बच्चों की मौत हुई उनमें जपसिमरन सिंह (14) और रितमदीप (9) शामिल हैं। एक लड़की बरखा (10) की मंगलवार शाम को मौत हो गई। मरने वाले दो अन्य लोगों के नाम हरपाल सिंह और अशोक कुमार हैं।"

दस अन्य घायल लोगों का बठिंडा के अस्पताल में इलाज चल रहा है।

पुलिस अधिकारी ने प्राथमिक जांच के आधार पर कहा कि जस्सी के सभास्थल के निकट दो आईईडी विस्फोट एक लावारिस मारुति 800 कार और एक स्कूटर में हुए।

जस्सी कांग्रेस के उम्मीदवार हैं और डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह के संबंधी हैं। वह विस्फोट से कुछ ही मिनट पहले घटनास्थल से रवाना हुए थे। उनके निजी सहायक हरपाल सिंह मरने वालों में शामिल हैं।

पुलिस और फोरेंसिंक जानकारों ने घटनास्थल से इलेक्ट्रॉनिक सर्किट और छर्रे से भरा हुआ प्रेशर कुकर बरामद किया है।

इस विस्फोट में कार और स्कूटर विस्फोट में पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए।

और पढ़ें: बठिंडा रैली विस्फोट: अरविंद केजरीवाल ने सुखबीर बादल पर लगाया आरोप, कहा-शांतिभंग करने के लिए किसी भी हद तक जा सकते है

पंजाब के उप मुख्यमंत्री सुखबीर बादल ने कहा, "यह बताया गया है कि इसमें दो आईईडी उपकरणों और जिस स्कूटर व कार का इस्तेमाल हमले में किया गया, उन पर नकली संख्या का प्रयोग किया गया था। यहां तक कि उनके चेसिस और इंजन के नंबर से छेड़छाड़ हुई थी।"

विस्फोट के घंटे भर बाद ही राजनीतिक दोषारोपण का खेल शुरू हो गया। शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने इस घटना के लिए आम आदमी पार्टी (आप) को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने आप पर कट्टरपंथी तत्वों से गठजोड़ का आरोप लगाया।

पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह ने इस विस्फोट को कांग्रेस के खिलाफ साजिश बताया।

उन्होंने कहा, "इस घटना से मेरी आशंकाओं को सही साबित किया है कि सशस्त्र अपराधी और गुंडों को कांग्रेस की चुनावों में संभावित भारी जीत से मायूस होकर प्रतिद्वंद्वी राजनीतिक पार्टियों ने ढील दे दी है।"

विस्फोट के लिए सुखबीर बादल को जिम्मेदार ठहराते हुए आप ने बुधवार को चुनाव आयोग से मामले में दखल देने की मांग की और सुखबीर की गिरफ्तारी की मांग की।

सुखबीर बादल और अकाली दल के नेतृत्व को विस्फोट के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए आप के महासचिव संजय सिंह ने कहा कि शांतिपूर्ण चुनावों के लिए बादल की गिरफ्तारी जरूरी है।

आप का एक प्रतिनिधिमंडल संजय सिंह की अगुवाई में पंजाब के मुख्य निर्वाचन अधिकारी वी.के.सिंह से यहां मिला और आयोग से दखल देने की मांग की।