इसमें सबसे पहले गंगा नदी का नाम आता है. भले ही गंगा नदी की सफाई हुई है लेकिन जिस तरह से सफाई हुई है, उसे कोई ज्यादा फर्क नहीं पड़ा है. गंगा, भारत की प्रमुख नदी है, जिसे धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जाता है.हालांकि, गंगा नदी भूमिगत और औद्योगिक प्रदूषण के कारण प्रमुख दूषित नदियों में से एक है.उसमें जल प्रदूषण, ठोस कचरा, और औद्योगिक अपशिष्ट शामिल हैं.
यमुना नदी भी भारत में स्थित है और गंगा के साथ मिलकर गंगा-यमुना दोहरा नाम मिलता है.यमुना नदी भी जल प्रदूषण और कचरे की समस्याओं से पीड़ित है.
बांग्लादेश में बुरीगंगा को पुरानी गंगा भी कहा जाता है. यह देश की सबसे बड़ी नदी है और इसके मुख्य आर्थिक संसाधनों में से एक है. लाखों लोग अपने जीवन के स्रोत के रूप में इस पर भरोसा करते हैं.
चीन की पीली नदी को हुआंग नदी के नाम से भी जाना जाता था. यह व्यापक रूप से लोएस नामक पीले तलछट के लिए जाना जाता था. यह चीन के तीव्र औद्योगीकरण का शिकार बन गया है.
सीटाराम नदी के प्रदूषण के लिए इसमें अपना कचरा डालने वाली फैक्ट्रियों को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है. नदी के आसपास की घनी आबादी भी इसके विनाश में योगदान देती है. सीताराम में पारे का स्तर स्वीकृत मानक से 100 गुना अधिक बताया जा रहा है.