आज यानि कि 8 जनवरी को 10 ट्रेड यूनियंस की तरफ से भारत बंद बुलाया गया है, जिसे कई दूसरे संगठनों का भी साथ मिला है. इस हड़ताल को 6 बैंक यूनियंस ने भी समर्थन दिया है, जिसके कारण बैंकिंग कामकाज पर खासा असर होगा. भारत बंद का असर देश के बैंकिंग, ट्रांसपोर्ट सेक्टर पर पड़ सकता है. ट्रेड यूनियंस की तरफ से जारी संयुक्त बयान में कहा गया है, 'इस हड़ताल में करीब 25 करोड़ लोग शामिल हो सकते हैं.'
10 ट्रेड यूनियनों के हड़ताल का असर बंगाल में देखने को मिला. यहां भारत बंद का समर्थन कर रहे समर्थकों ने हावड़ा में रेलवे ट्रैक को ब्लॉक कर के ट्रेन को रोक दिया.
पश्चिम बंगाल के नॉर्थ 24 परगना के कांचरापाड़ा में भी प्रदर्शनकारियों ने रेलवे ट्रैक को ब्लॉक कर दिया.
केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ बुलाए गए 'भारत बंद' का असर पश्चिम बंगाल में काफी देखने को मिला. यहां सरकार की बस के ड्राइवर हेल्मेट पहनकर बस चला रहे हैं, जिससे प्रदर्शनकारियों की ओर से कोई हमला किया जाता है तो उससे अपना बचाव कर सके.
मुंबई में केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड के कर्मचारियों ने भारत पेट्रोलियम में विनिवेश के केंद्र सरकार के फैसले का विरोध किया.
तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में भारत बंद का असर दिख रहा है. यहां 10 प्रदर्शनकारी को हिरासत में भी लिया गया है.
केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ केरल के तिरुवनंतपुरम में भी 10 ट्रेड यूनियनों ने आज अपना विरोध-प्रदर्शन जताया.
पंजाब के अमृतसर में प्रदर्शनकारियों ने रेलवे ट्रैक पर जाम लगाया तो वहीं दूसरी ओर दिल्ली में ट्रेड यूनियन की तरफ से मार्च निकाला गया.
दिल्ली में भी ट्रेड यूनियन की तरफ से मार्च निकाला गया. लेकिन 'भारत बंद' से दिल्ली में यातायात पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा.