भारतरत्न मिसाइलमैन के नाम से लोकप्रिय पूर्व राष्ट्रपति डा. एपीजे अब्दुल कलाम का आज 27 जुलाई को पुण्यतिथि है.
देश के सर्वोच्च पद यानी 11वें राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में हुआ था.
वे कहा करते थे कि ऐसे सपने देखो कि वे जब तक पूरे न हो जाएं तब तक आप को नींद न आए.
उनके बर्थडे के मौके पर पूरी दुनिया में विश्व 'छात्र दिवस' के तौर पर मनाया जाता है.
डा. कलाम देश के पहले ऐसे राष्ट्रपति बने जोकि सोशल मीडिया में लगातार सक्रिय रहते थे और युवाओं तथा नए वैज्ञानिकों एवं बालकों के लिए प्रेरक बातें लिखा करते थे.
डा. कलाम के अंदर कवि, शिक्षक, लेखक, वैज्ञानिक सहित आध्यात्मिक गुण विद्यमान थे
यह उनकी महान प्रतिभा का ही कमाल है कि आज भारत के पास अग्नि, पृथ्वी, त्रिशूल जैसी मिसाइलों का भंडार हो गया है.
कलाम के जीवन पर आधारित दो पुस्तकें 'तेजस्वी मन' और फिर 'अग्नि की उड़ान' उनके जीवन का एक खुला दस्तावेज हैं.
कलाम को 1981 में भारत सरकार ने पद्म भूषण और फिर, 1990 में पद्म विभूषण और 1997 में देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न प्रदान किया.