अशोक कुमार फिल्म इंडस्ट्री के पहले एंटी हीरो थे, जानें Unknown Facts
हिंदी फिल्मों के दादामुनि यानि अशोक कुमार का जन्म 13 अक्टूबर 1911 को हुआ था। 'पाकीजा', 'चलती का नाम गाड़ी', 'बहू', 'बेगम', 'बंदिनी' और 'आशीर्वाद' जैसी फिल्मों में अपने दमदार अभिनय से सभी का दिल जीतने वाले अशोक अपने छोटे भाईयों अनूप और किशोर कुमार के लिए भी प्रेरणा बन गए थे।
News Nation Bureau | Updated : 13 October 2017, 01:26:35 PM
अशोक कुमार (फाइल फोटो)
हिंदी फिल्मों के दादामुनि यानि अशोक कुमार का जन्म 13 अक्टूबर 1911 को हुआ था। 'पाकीजा', 'चलती का नाम गाड़ी', 'बहू', 'बेगम', 'बंदिनी' और 'आशीर्वाद' जैसी फिल्मों में अपने दमदार अभिनय से सभी का दिल जीतने वाले अशोक अपने छोटे भाईयों अनूप और किशोर कुमार के लिए भी प्रेरणा बन गए थे।
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अशोक कुमार ने उस जमाने में परंपरागत शैली को तोड़ते हुए 'किस्मत' मूवी में एंटी हीरो की भूमिका अपनाई। इस फिल्म ने थियेटर में 196 हफ्ते तक चलने का रिकॉर्ड बनाया था।
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आपको शायद ही पता हो कि एक्ट्रेस नूतन के कहने पर अशोक कुमार ने 'बंदिनी' फिल्म में काम किया था। वहीं 'आशीर्वाद' में बेमिसाल अभिनय के लिए उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इस फिल्म में उन्होंने बच्चों के लिए 'रेलगाड़ी' गाना भी गाया था, जो काफी मशहूर हुआ।
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अशोक बचपन से ही फिल्मों में काम करना चाहते थे, लेकिन वह अभिनेता नहीं बल्कि निर्देशक बनना चाहते थे।
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बिहार के भागलपुर में जन्में अशोक कुमार की पढ़ाई कोलकाता में हुई। भारत सरकार ने कला के क्षेत्र में अहम योगदान देने के लिए उन्हें पद्मभूषण से सम्मानित किया था।