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भारत से हर साल 3 लाख छात्र जाते हैं विदेश पढ़ने, यूएस है पहली पसंद

भारतीय स्टूडेंट्स जो विदेश में पढ़ना चाहते है उन्की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है । इंडस्ट्री के आंकड़े बताते हैं, हर साल करीबन 2.5 -3 लाख भारतीय स्टूडेंट्स विदेश में पढ़ाई के लिए जाते हैं। जिसमें सबसे ज्यादा पसंदीदा जगह भारतीय स्टूडेंट्स के लिए यूएस है। पिछले दो सालों में यह आंकड़ा 71 प्रतिशत तक बढ़ा है।

Updated on: 13 Sep 2016, 07:52 AM

New delhi:

भारतीय स्टूडेंट्स जो विदेश में पढ़ना चाहते है उन्की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है । इंडस्ट्री के आंकड़े बताते हैं, हर साल करीबन 2.5 -3 लाख भारतीय स्टूडेंट्स विदेश में पढ़ाई के लिए जाते हैं। जिसमें सबसे ज्यादा पसंदीदा जगह भारतीय स्टूडेंट्स के लिए यूएस है। पिछले दो सालों में यह आंकड़ा 71 प्रतिशत तक बढ़ा है।

यूएस के अलावा कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी जैसे देश भारतीय स्टूडेंट्स की पसंद है।

विदेशों में पढ़ने के लिए सैट, एसीटी या एपी जैसे स्टैंडर्डाइज्ड टेस्ट देने होते हैं। भारत में भी कुछ नए कॉलेज इन स्कोर्स को स्वीकारते हैं।
ईटीएस की रिसर्च बता रही है कि भारत में 1,23,000 स्टूडेंट्स के साथ जीआरई देने वालों की संख्या 13 प्रतिशत बढ़ी है।