logo-image

'मैंने कुछ फैसले अपने आप लिए हैं, कुछ फैसले नेताजी के कहने पर भी लिए हैं': अखिलेश

समाजवादी पार्टी में सियासी जंग थमने का नाम नहीं ले रही। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने माना है कि पार्टी और सरकार में सब कुछ ठीक नहीं है। अपने चाचा से अहम मंत्रालय छीने जाने के मसले पर चुप्पी तोड़ते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि सभी नेताजी की बात मानते हैं और यह झगड़ा सरकार का है परिवार का नहीं।

Updated on: 14 Sep 2016, 08:16 AM

Lucknow:

समाजवादी पार्टी में सियासी जंग थमने का नाम नहीं ले रही। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने माना है कि पार्टी और सरकार में सब कुछ ठीक नहीं है। अपने चाचा से अहम मंत्रालय छीने जाने के मसले पर चुप्पी तोड़ते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि सभी नेताजी की बात मानते हैं और यह झगड़ा सरकार का है परिवार का नहीं।

अखिलेश यादव ने कहा, 'मैंने कुछ फैसले अपने आप लिए हैं। कुछ फैसले नेताजी के कहने पर भी लिए गए हैं। उन्‍होंने साफ किया कि जो झगड़ा दिख रहा है वो सरकार का है, परिवार का नहीं।

अखिलेश यादव के बयान से पहले सैफई में शिवपाल यादव ने भी नेताजी के फैसले को मानने की बातें कही। लेकिन शिवपाल और अखिलेश दोनों ही अपने-अपने स्टैंड पर कायम हैं। अंदरखाने दोनों नेताओं के बीच सुलह की कोशिशें हो रही हैं, लेकिन दोनों ने समझौता होता नज़र नहीं आ रहा है।

दरअसल चाचा भतीजे के बीच तनाव काफी समय से चल रहा है और ये तनाव तब और बढ़ गया जब अखिलेश ने मुलायम और शिवपाल के नजदीकी माने जाने वाले राजकिशोर सिंह और गायत्री प्रजापति को मंत्रिमंडल से हटा दिया। इसके बाद अखिलेश यादव ने शिवपाल के करीबी दीपक सिंघल को मुख्य सचिव के पद से हटा दिया। इसके बाद मुलायम सिंह यादव ने अखिलेश की जगह शिवपाल यादव को प्रदेश सपा अध्यक्ष नियुक्त कर दिया। इससे नाराज़ अखिलेश ने शिवपाल से पीडब्ल्यूडी, सिंचाई विभाग और राजस्व एवं सहकारिता मंत्रालय छीन लिया।

अखिलेश ने सिंचाई विभाग अवधेश प्रसाद को और राजस्व एवं सहकारिता विभाग बलराम यादव को दे दिया है। उन्होंने पीडब्ल्यूडी विभाग अपने पास रखा है। शिवपाल यादव के पास भूमि विकास, जल संसाधन एवं समाज कल्याण विभाग रह गए हैं।