logo-image

सिर्फ 22 साल की उम्र में सोमनाथ ने लिया आतंकियों से लोहा

सिर्फ 22 साल की उम्र में सोमनाथ ने लिया आतंकियों से लोहा

Updated on: 19 Sep 2016, 06:26 PM

नई दिल्ली:

जिस उम्र में आमतौर पर छात्र पढ़ाई और अपने करियर के बार में सोचते है उसी उम्र में देश के एक वीर सपूत ने हमारी रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुती दे दी। रविवार को जम्मू कश्मीर के उरी में सेना मुख्यालय पर हुए आतंकी हमले में भारत ने अपने एक 22 वर्षीय लाल को भी खो दिया जिसका नाम संदीप सोमनाथ ठोक है।

सोमनाथ ने महज 2 साल पहले ही आर्मी ज्वाइन की थी। महाराष्ट्र के नासिक के खडागली गांव के रहने वाले संदीप भी देश के उन 18 वीर जवानों में शामिल हैं जिन्होंने आतंकियों से लोहा लेते हुए देश पर अपना प्राण न्योछावर कर दिया।

संदीप के शहीद होने की खबर जैसे ही उनके गांव पहुंची पूरा गांव मातम में डूब गया। संदीप समेत महाराष्ट्र के तीन जवानों के पार्थिव शरीद को हवाई जहाज से पुणे लाया गया है । संदीप का अंतिम संस्कार उसके पैतृक गांव में किया जाएगा