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केरल से मोदी का नया नारा- मुसलमानों को सशक्त बनाओ, अपना बनाओ, वोट बैंक मत बनाओ

कोझिकोड में पंडित दीनदयाल उपाध्याय जयंती कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी अपने कार्यकर्ताओं को सम्बोधित कर रहे हैँ। उन्होंने कहा कि हम सत्ता के सिंहासन पर पहुंचने को लक्ष्य का अंत नहीं मानते।

Updated on: 25 Sep 2016, 05:47 PM

नई दिल्ली:

केरल के कोझिकोड में चल रही बीजेपी राष्ट्रीय परिषद की बैठक का रविवार को तीसरा और आख़िरी दिन है। कोझिकोड में पंडित दीनदयाल उपाध्याय जयंती कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी अपने कार्यकर्ताओं को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हम सत्ता के सिंहासन पर पहुंचने को, लक्ष्य का अंत नहीं मानते। आजादी के बाद भारत की राजनीति में गिरावट आयी है। दूसरी पार्टियों में भी अच्छे लोग हैँ लेकिन बीजेपी में ज्यादा अच्छे लोग हैं।

यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैठक में शामिल नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि हम हम राजनीति में कुछ लेने या फिर हासिल करने में विश्‍वास नहीं करते। उन्होंने कहा- हम सत्ता के सिंहासन पर पहुंचने को लक्ष्य का अंत नहीं मानते।

पीएम ने पंडित दीन दयाल उपाध्याय को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि जवानी से लबालब भरे देश के सपने भी जवान होने चाहिए। उन्होंने कहा हम जनता के कल्‍याण के लिए खुद को खपाने आए हैं और हमारे आचार और विचार में समानता होनी चाहिए। आचार विचार से हमें राजनीति की प्रतिष्ठा बहाल करनी होगी। उन्होंने कहा कि राजनीतिक जीवन में गिरावट आई है। 

पीएम ने कहा, मुसलमानों को न पुरस्कृत करें और न ही उन्हें तिरस्कृत करें, बल्कि उनका परिष्कार करें। उन्हें न वोट की मंडी का माल और न ही घृणा की वस्तु समझें, उन्हें अपना समझें। उन्होंने कहा कि बीजेपी कभी अपने सिद्धांतों से नहीं डिगी है। हम राजनीति में कुछ पाने के लिए नहीं बल्कि सेवा के मकसद से आए हैं। हमारी विकास की यात्रा में कोई पीछे नहीं रह सकता और समाज का आखिरी व्‍यक्ति भी हमारे लिए अछूता नहीं। पंडित दीनदयाल उपाध्‍याय ने कहा था कि मुस्लिमों को केवल वोट बैंक नहीं समझा जाना चाहिए।

इसके साथ ही मोदी ने एक बार फिर कहा कि देश की समस्याओं का समाधान सिर्फ और सिर्फ विकास में है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हम लोग लेने, पाने और बनने के लिए निकले हुए लोग नहीं हैं। हिंदुस्तान के सभी क्षेत्रों में सभी भू-भागों में और सभी लोगों के लिए विकास की समान संभावनाओं को हमें तलाशते रहना चाहिए।

पीएम मोदी ने कहा कि अगर भारत का कोई भी हिस्सा विकास से दूर रहता है, तो देश की प्रगति नहीं होगी। इस लिए हमारा लक्ष्य 'सबका साथ- सबका विकास' है। हम चाहते हैं कि सबसे पिछड़े तबके का सबसे पहले विकास हो।