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उरी जांच: आतंकियों ने जवानों को रसोई घर में बंद कर दिया था-रिपोर्ट

उरी हमले की जांच कर रही एनआईए को कई महत्वपूर्ण जानकारियां हाथ लगी है। NIA को मिली जानकारी के अनुसार उसे शक है कि हमले से पहले ब्रिगेड हेडक्वार्टर के नज़दीक के पहाड़ पर आतंकियों ने रात बिताई और सैनिकों के मूवमेंट पर नज़र भी रखी थी।

Updated on: 21 Sep 2016, 08:34 AM

श्रीनगर:

उरी हमले की जांच कर रही एनआईए को कई महत्वपूर्ण जानकारियां हाथ लगी है। NIA को मिली जानकारी के अनुसार उसे शक है कि हमले से पहले ब्रिगेड हेडक्वार्टर के नज़दीक के पहाड़ पर आतंकियों ने रात बिताई और सैनिकों के मूवमेंट पर नज़र भी रखी थी।

एक राष्ट्रीय अंग्रेज़ी दैनिक इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के अनुसार आतंकियों ने जवानों को कुक हाउस और स्टोर रूम में बाहर से बंद कर दिया था, जिससे कि आग लगाए जाने के बाद जवान बाहर न निकल सकें।

अखबार के मुताबिक NIA को शक है कि आतंकियों को जगह के बारे में पहले से काफी जानकारियां थीं। दो इमारतों को बाहर से बेंद कर दिया गया था ताकि कोई बाहर ना आ सके। खबर के मुताबिक, आतंकियों ने सबसे पहले एक चौकीदार को गोली मारी। इसके बाद उनमें से तीन आतंकी जवानों के टेंट की तरफ बढ़ गए थे, और चौथा आतंकी अफसरों के मेस की तरफ गया।

फिलहाल NIA हमले में बर्बाद हो चुके जीपीएस से डाटा निकाल कर इस बात को पुख्ता कर रही है कि आतंकी पाकिस्तान से आए थे। मारे गए इन आतंकियों के फिंगरप्रिंट्य भी ले लिये गए हैं। एनआईए ने वहीं मिले हथियार और दूसरे सुबूतों को इकट्ठा कर रही है। ताकि उसे पाकिस्तान के खिलाफ सबूत की तरह पेश किया जा सके। आतंकियों से मिली कई वस्तुओं पर पाकिस्तानी उत्पादकों के नाम हैं।

उरी हुए आतंकी हमले में 17 जवान शहीद हो गए थे और 19 जवान घायल हो गए थे। बाद में एक घायल सैनिक ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। इस हमल के दौरान हुए मुठभेड़ में सेना ने चार आतंकियों को मार गिराया था।