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वैज्ञानिकों की हृदय रोगों पर बड़ी खोज, आप भी जानकार हो जाएंगे हैरान

लंदन में भारतीय मूल के वैज्ञानिक समेत अन्य वैज्ञानिकों ने बाप-दादाओं से आने वाली बीमारियों का हल निकाल लिया है। इनमें आप दिल संबंधित रोगों का पता लगाकर जल्द ही उसका निवारण कर सकते हैं।

Updated on: 26 Sep 2016, 12:37 PM

नई दिल्ली:

लंदन में भारतीय मूल के वैज्ञानिक समेत अन्य वैज्ञानिकों ने बाप-दादाओं से आने वाली बीमारियों का हल निकाल लिया है। इनमें आप दिल संबंधित रोगों का पता लगाकर जल्द ही उसका निवारण कर सकते हैं।

जेनेटिक कारकों से होनी वाली इन बीमारियों में सबसे अधिक सीएचडी को जोखिम माना जाता है। हाल ही में जेनेटिक पर हुई खोज से पता चला है कि Single Nucleotide Polymorphisms (SNPs) के अनुसार प्रत्येक व्यक्ति के डीएनए में बहुत ही मामूली सा अंतर होता है।

49,000 से अधिक SNPs को देखने के बाद शोधकर्ताओं ने एक स्कोर बनाया, जिसे जीनोमिक जोखिम स्कोर (GRS) का नाम दिया गया है। इसके अनुसार, उच्च GRS भविष्य में सीएचडी के लिए खतरा है। वर्तमान, हाई बल्ड प्रेशर, मधुमेह और धूम्रपान और कोलेस्ट्रॉल का बढ़ता स्तर सीएचडी के लिए सबसे बड़े खतरे के रूप में उभर कर सामने आ रहा है।

uk स्थित Leicester University के प्रोफेसर नीलेश समानी का कहना है कि अनुवांशिक बीमारियों पर नियंत्रण करने के लिए पहली बार यह उच्च स्तरीय खोज की गई है। इससे आप मौजूदा तरीकों का उपयोग करके हृदय धमनी रोगों की पहचान कर इस खतरे को टाल सकते हैं।

हम पहले से ही जानते हैं कि सीएचडी के लक्षण कम उम्र से ही दिखने शुरू हो जाते हैं, ऐसे में कई दशक पहले ही इसके निवारण के उपाय लागू हो जाने चाहिए थे।