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आतंकियों का अड्डा है POK, जानिए POK में कहां होती है आतंकियों की ट्रेनिंग

पाक POK में चलाता है भारत पर हमले के लिए आतंकियों का ट्रेनिंग कैंप

Updated on: 21 Sep 2016, 03:32 PM

नई दिल्ली:

जम्मू कश्मीर के उरी में सेना के 12 ब्रिगेड मुख्यालय पर हुए आतंकी हमले में 18 जवानों के शहीद होने के बाद पूरे देश में लोग बेहद गुस्से में है और सरकार से लगातार मांग कर रहे हैं कि भारतीय सेना पाकिस्तान को मुंह तोड़ जवाब दे जिसपर हमले के बाद से ही सरकार में बैठकों का दौर लगातार जारी है।

भारत और पाकिस्तान के बीच अबतक तीन बार युद्ध हो चुके हैं जिसमें तीनों बार पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ी है। जब पाकिस्तान को ये समझ में आ गया कि वो सीधे मुकाबले में कभी भी भारत से नहीं जीत पाएगा तो पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ घुसपैठ और आतंकियों को अपना हथियार बनाते हुए प्रॉक्सी वार शुरु कर दिया है।

 

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पाकिस्तान अपने कब्जे वाले कश्मीर जिसे हम पीओके के नाम से जानते हैं वहां भारत के खिलाफ आतंकियों के लिए ट्रेनिंग कैंप चलाता है जहां पाकिस्तान आर्मी के कई बड़े अधिकारी आतंकियों को हमले की कठिन ट्रेनिंग देते हैं ।

उरी में मारे गए आतंकियों के पास मिले सामान से भी इस बात की पुष्टि हुई है कि इन आतंकियों को बेहद कड़ी सैन्य ट्रेनिंग दी गई थी जिस वजह से ही वो नाला पार करके 10 फीट उंची दीवार को कूद कर सैन्य परिसर में दाखिल हो पाए थे।

अब सवाल ये है कि क्या भारत सरकार पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में चलने वाले आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद करेगी। ऊपर के नक्शे को देखकर आप अंदाजा लगा सकते हैं कि पीओके में कितने आतंकी ट्रेनिंग कैंप चल रहे हैं।

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आर्मी डे पर भारतीय थल सेना के प्रमुख जनरल दलबीर सिंह सुहाग ने भी कहा था कि पीओके में करीब 42 आतंकी ट्रेनिंग कैंप पाकिस्तान चला रहा जिसमें अंतर्राष्ट्रीय दबाव के कारण कमी आई है। एक रिपोर्ट के मुताबिक पीओके में करीब 160 आतंकी ट्रेनिंग कैंप मुज्फ्फराबाद और लाहौर के बीच चल रहे हैं जिसमें पाकिस्तानी रेंजर्स और पाकिस्तानी खुफिया संगठन ISI आतंकियों को ट्रेनिंग दे रहे हैं।

ये ट्रेनिंग कैंप पीओके में अब्दुल्लाह बिन मसूद, शावीनल्लाह, गरहीदुपाटा, शम्स उल हक नाम से चलाए जा रहे हैं जहां हर एक कैंप में 40 से 45 आतंकियों को 30-35 दिन तक ट्रेनिंग देकर भारत से सटे पीओके के हिस्सों में घुसपैठ और हमले के लिए भेज देते हैं।रिपोर्ट के मुताबिक इसके इन ट्रेनिंग कैंपों के अलावा आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिद्दीन, लश्कर ए तैयबा, जैश ए मोहम्मद जैसे आतंकी संगठन भी पीओके में आतंकियों को ट्रेनिंग देकर भारत भेजने का काम करते हैं

एक खुफिया अधिकारी के मुताबिक पीओके में 18 ऐसे आतंकी ट्रेनिंग कैंप है जो सीधे पाकिस्तानी सेना के तहत आते हैं जहां तीन स्तर पर नए लोगों की भर्ती, ट्रेनिंग और उन्हें हमले के लिए लॉन्चिंग पैड तक पहुंचाने का काम होता है।

रक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक अगर सरकार इन ट्रेनिंग कैंपों को निशाना बनाती है तो अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भी देश की आलोचना नहीं होगी और कई देशों का भारत को समर्थन भी मिलेगा