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आतंकवाद से लड़ने में नाकाम है पाकिस्तान, 'चोर की दाढ़ी में तिनका'- भारत

सार्क देशों के बीच आतंक के मुद्दे पर गुरुवार को नई दिल्ली में बैठक हुई। जिसमें पाकिस्तान के केवल दो नुमाइंदे मौजूद थे। भारत ने इसपर टिप्पणी करते हुए कहा कि इससे यह साफ लगता है कि पाकिस्तान आतंक को लेकर कतई गंभीर नहीं है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने दो टूक कहा, 'चोर की दाढ़ी में तिनका।'

Updated on: 22 Sep 2016, 09:05 PM

नई दिल्ली:

सार्क देशों के बीच आतंक के मुद्दे पर गुरुवार को नई दिल्ली में बैठक हुई। जिसमें पाकिस्तान के केवल दो नुमाइंदे मौजूद थे। भारत ने इसपर टिप्पणी करते हुए कहा कि इससे यह साफ लगता है कि पाकिस्तान आतंक को लेकर कतई गंभीर नहीं है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने दो टूक कहा, 'चोर की दाढ़ी में तिनका।'

भारत ने कहा कि नवाज शरीफ को संयुक्त राष्ट्र के सदस्यों से कश्मीर पर समर्थन नहीं मिला। स्वरूप ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासभा में 25 देश अपनी बात रख चुके हैं लेकिन किसी ने भी नवाज शरीफ के कश्मीर पर दिए बयानों का कोई समर्थन नहीं किया। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्य देशों ने शरीफ की कश्मीर भड़ास पर कोई तवज्जो नहीं दी।

भारत के मुताबिक सुरक्षा परिषद कश्मीर को भारत-पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय मुद्दा मानता है और इसलिए इसमें कोई दखल नहीं देना चाहता है।

5 अहम बातें जो विकास स्वरूप ने कही

1. संयुक्त राष्ट्र महासभा में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के भाषण को लेकर विकास स्वरूप ने पाकिस्तान को जमकर कोसा। विकास स्वरूप ने कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने अपने भाषण में जिस विषय को 80% समय दिया उसपर दुनिया के किसी देश ने ध्यान नहीं दिया।

2. पाक पीएम नवाज शरीफ ने अपने भाषण में जिस डोजियर की बात कही थी संयुक्त राष्ट्र महासचिव के भाषण में उसका कोई जिक्र नहीं था। पाकिस्तान को गलत बताने के लिए हमें किसी डोजियर की जरूरत नहीं है पूरी दुनिया जानती है कि पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है।

3. आज आतंकवाद पाकिस्तान की सरकारी नीति का हिस्सा बन गया है। पाकिस्तान की हर हरकत पर हम नजर बनाए हुए हैं। हम उम्मीद करते हैं दुनिया पाकिस्तान पर दवाब बनाएंगी।

4. पाकिस्तान जनवरी 2004 में किया अपना वादा याद करे जब कहा था गया था कि पाकिस्तान की धरती का इस्तेमाल आतंकवाद के लिए नहीं किया जाएगा।

5 . हमारे एक्शन खुद बोल रहे हैं और एक्शन के रिजल्ट आते हुए भी दिख रहे हैं। यूएन में भी ब्रिटेन, फ्रांस, सउदी अरब जैसे देशों ने उरी हमले की निंदा की है।