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राहुल गांधी और नरेंद्र मोदी में किसकी फाइनेंशियल प्लानिंग है बेहतर, पढ़ें पूरी खबर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी देश में नई सरकार बनाने को लेकर चुनावी जंग में व्यस्त हैं. ऐसे में इस रिपोर्ट में उनकी फाइनेंशियल प्लानिंग की चर्चा करेंगे.

Updated on: 14 May 2019, 05:40 PM

highlights

  • राहुल गांधी के पोर्टफोलियो का 70 फीसदी हिस्सा इक्विटी (Equity) में निवेश
  • नरेंद्र मोदी का 99 फीसदी निवेश डेट इंस्ट्रूमेंट (Debt Instrument) में है
  • नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी का हर साल टैक्स बचत वाली योजनाओं में निवेश

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) देश में नई सरकार बनाने को लेकर चुनावी जंग में व्यस्त हैं. चुनावी भागदौड़ से अलग आज हम इस रिपोर्ट में उनकी फाइनेंशियल प्लानिंग के बारे में चर्चा करेंगे. दोनों नेताओं ने रिटायरमेंट और इनवेस्टमेंट को लेकर क्या रणनीति बनाई है. इसकी पड़ताल करने की कोशिश करेंगे.

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पोर्टफोलियो पर नजर
गौरतलब है कि लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हर उम्मीदवार को अपनी संपत्ति और कर्जदारी के बारे में एक हलफनामा नामांकन पत्र के साथ दाखिल करना होता है. आइये देखते हैं कि दोनों नेताओं ने कहां-कहां निवेश किया है.

म्युचुअल फंड में निवेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसी भी म्यूचुअल फंड में निवेश नहीं किया है. वहीं राहुल गांधी ने म्युचुअल फंड में अच्छा खासा निवेश किया है. राहुल गांधी के पोर्टफोलियो का 70 फीसदी हिस्सा इक्विटी म्युचुअल फंड में है जिसमें एक छोटा हिस्सा एक कंपनी के प्रत्यक्ष शेयर के रुप में भी है. राहुल गांधी ने म्युचुअल फंड में करीब 5.17 करोड़ रुपये निवेश किया है. यह रकम 10 म्यूचुअल फंड स्कीम में लगी है जिसमें 8 इक्विटी म्युचुअल फंड और 2 हायब्रिड म्यूचुअल फंड हैं.

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म्यूचुअल फंड में निवेश के लिहाज से देखें तो राहुल गांधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आगे नजर आते हैं. दरअसल, राहुल गांधी ने पोर्टफोलियो का 70 फीसदी हिस्सा इक्विटी (Equity) में निवेश कर रखा है. वहीं 27 फीसदी हिस्सा नकदी के रूप में है. बाकी राशि सोने के रूप में है. वहीं दूसरी तरफ देखें तो नरेंद्र मोदी का किसी भी इक्विटी में निवेश नहीं है. उनका लगभग सारा यानि कि 99 फीसदी निवेश डेट इंस्ट्रूमेंट (Debt Instrument) में है. शेष निवेश सोने में है. नरेंद्र मोदी के पास चार सोने की अंगूठी और नकदी के रूप में है.

जानकारों के मुताबिक नरेंद्र मोदी ने अपने पोर्टफोलियो के लिए जिस तरह का एसेट एलोकेशन चुना है वह निवेश के हिसाब से सही नहीं है. जानकारों का कहना है कि आदर्श स्थिति के मुताबिक मोदी के पोर्टफोलियो का 30 फीसदी हिस्सा इक्विटी में लगा होना चाहिए था. हालांकि उन्होंने डेट इंस्ट्रूमेंट में जितना निवेश कर रखा है वो राशि और रिटायरमेंट के बाद सरकार से ताउम्र मिलने वाली पेंशन राशि उनके जीवन-यापन के लिए पर्याप्त होगी.

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टैक्स-बचत वाले प्रोडक्ट में निवेश
नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी हर साल टैक्स बचत वाली योजनाओं में निवेश करते हैं. मोदी ने इसके लिए नेशनल सेविंग स्कीम को चुना है तो राहुल गांधी ने कुछ नेशनल सेविंग स्कीम और पब्लिक प्रॉविडेंट फंड दोनों को चुना है. मोदी ने पिछले तीन सालों के दौरान हर साल नेशनल सेविंग स्कीम में 1.50 लाख रुपये निवेश किया है. बता दें कि आयकर कानून की धारा 80सी के तहत नेशनल सेविंग स्कीम समेत कुछ विशेष इंस्ट्रूमेंटस में 1.5 लाख रुपये की रकम के निवेश पर कर में छूट का प्रावधान है. राहुल गांधी ने भी टैक्स को बचाने के लिए पीपीएफ (PPF) में निवेश किया है और पीपीएफ में निवेश की गई उनकी कुल राशि 39.89 लाख रुपये है. इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम्स में दोनों नेताओं ने निवेश नहीं किया है.

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सोने में कम निवेश, बचत पर ज्यादा जोर
मोदी और गांधी दोनों ही ने निवेश के मामले में फाइनेंशियल एसेट्स पर ज्यादा जोर दिया है. राहुल गांधी ने पोर्टफोलियो का मात्र 0.50 फीसदी सोने में निवेश किया है. वहीं नरेंद्र मोदी के पास सोने में निवेश के नाम पर सिर्फ चार अंगूठियां हैं जो कि इनके पोर्टफोलियो का महज 0.83 फीसदी है. राहुल गांधी के हलफनामे के मुताबिक सोने (Gold) में उनका निवेश 2.91 लाख रुपये है.

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रियल एस्टेट में भी नरेंद्र मोदी पीछे
हलफनामे के मुताबिक मोदी के पास जायदाद के नाम पर गांधीनगर में एक रिहायशी मकान है जिसे उन्होंने 2002 में खरीदा था. आज इस संपत्ति की कीमत 1.10 करोड़ रुपये है. दरअसल फाइनेंशियल प्लानिंग के व्याकरण के हिसाब से देखें तो इसे निवेश नहीं माना जा सकता क्योंकि यह उनका एकमात्र रिहायशी मकान है.

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दूसरी ओर राहुल गांधी के पास महरौली (नई दिल्ली) में कृषि भूमि है. इस भूमि में उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा साझेदार हैं. इस जमीन की मौजूदा कीमत 1.32 करोड़ रुपये है. हलफनामे के मुताबिक राहुल गांधी के पास गुरुग्राम की एक व्यावसायिक इमारत में ऑफिस स्पेस भी है जिसकी कीमत 8.75 करोड़ है.