झारखंड: मंत्री के घर के बाहर धरना दे रहे पारा शिक्षक की कथित रूप से ठंड लगने से मौत
जानकारी के मुताबिक शिक्षक के के दास झारखंड के दुमका में मंत्री लुईस मरांडी के घर के सामने धरने पर बैठे थे.
नई दिल्ली:
झारखंड में धरना दे रहे एक पारा शिक्षक की कथित रूप से ठंड लगने के कारण मौत हो गई है. जानकारी के मुताबिक शिक्षक के के दास झारखंड के दुमका में मंत्री लुईस मरांडी के घर के सामने धरने पर बैठे थे. बताया जा रहा है कि वो शिक्षकों को नियमित करने समेत अन्य मांगों को लेकर मंत्री के घर सामने बैठे थे. दास मूल रूप से दुमका के रामगढ़ प्रखंड के भदवारी गांव के रहने वाले थे. वह उत्क्रमित मध्य विद्यालय चीनाडंगाल में कार्यरत थे. प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि शनिवार रात ठंड लगने से उनकी मौत हुई है.
वहीं डॅाक्टर डी कुमार कहा कहना है, 'जब शिक्षक के दास को लाया अस्पताल लाया गया तो उनकी मौत हो चुकी थी, अब पोस्टमार्टम के बाद ही मौत के कारणों का पता चल पाएगा.'
Jharkhand: A para teacher K K Das, died allegedly due to cold while sitting on strike outside state minister Louis Marandi's residence in Dumka. He was protesting for regularization of services. Dr D Kumar(in pic) says, "He was brought dead, postmortem will reveal cause." (16-12) pic.twitter.com/HvzKfeh4aB
— ANI (@ANI) December 18, 2018
वहीं, दास की मौत के बाद पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा ने सरकार से उनके परिजनों को 25 लाख रुपये मुआवजा और परिवार के किसी एक सदस्य को नौकरी देने की मांग की है.
और पढ़ें: झारखंड: पारा-शिक्षक की हत्या के मामले में पूर्व मंत्री एनोस एक्का को उम्रकैद
बता दें कि पारा शिक्षक पिछली 15 नवंबर से अपनी दो मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. ये शिक्षक सभी जिलों में सांसदों और मंत्रियों के घर के बाहर धरना दे रहे हैं. पारा शिक्षकों की मांग है कि इन्हें सरकार साधारण सरकारी शिक्षक को मिलने वाला मानदेय दें और इनकी नौकरी स्थायी करें. सरकार और पारा टीचर दोनों अपनी-अपनी बातों पर अड़े हुए हैं.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Good Friday 2024: क्यों मनाया जाता है गुड फ्राइडे, जानें प्रभु यीशु के बलिदान की कहानी
-
Sheetala Ashtami 2024: कब है 2024 में शीतला अष्टमी? जानें पूजा कि विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व
-
Chaitra Navaratri 2024: भारत ही नहीं, दुनिया के इन देशों में भी है माता के शक्तिपीठ
-
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य के अनुसार देश का शासक कैसा होना चाहिए, जानें