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वैज्ञानिकों ने 4 साल पहले मर चुकी बेटी से कराई मां की मुलाकात, सच जान पैरों तले खिसक जाएगी जमीन

वर्चुअल रियलिटी एक मानव निर्मित दृश्य है जिसे वैज्ञानिक तकनीकों की मदद से बनाया जाता है. वर्चुअल रियलिटी हूबहू सच जैसा ही दिखता है.

Updated on: 13 Feb 2020, 11:43 PM

नई दिल्ली:

मृत्यु, जीवन का सबसे बड़ा सत्य है. जिस इंसान ने इस धरती पर जन्म लिया है, उसकी मृत्यु निश्चित है. लेकिन क्या कोई शख्स अपने मृत परिजन से मिल सकता है? अगर आपको ये बात बकवास लग रही हो तो आप गलत हैं. जी हां, दक्षिण कोरिया में एक महिला जांग जी-सुंग ने अपनी मृत बेटी नेइयॉन से मुलाकात की है. एक बीमारी की वजह से नेइयॉन की मौत 4 साल पहले हुई थी. दरअसल, ये सब वैज्ञानिक कोशिशों की वजह से संभव हुआ. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दक्षिण कोरिया के टीवी शो 'मीटिंग यू' ने वर्चुअल रियलिटी के जरिए जांग जी-सुंग और नेइयॉन की मुलाकात कराई.

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वर्चुअल रियलिटी एक मानव निर्मित दृश्य है जिसे वैज्ञानिक तकनीकों की मदद से बनाया जाता है. वर्चुअल रियलिटी हूबहू सच जैसा ही दिखता है. बताया जा रहा है कि वैज्ञानिकों ने वर्चुअल रियलिटी के जरिए नेइयॉन का शरीर बनाया था. इतना ही नहीं उन्होंने बच्ची के शरीर में उसकी आवाज भी फीड की थी, ताकि वह अपनी मां से बातचीत भी कर सके. वर्चुअल रियलिटी के दौरान अपनी बेटी से मिलते ही महिला बुरी तरह से रोने लगी. काफी देर तक रोने के बाद महिला ने अपनी बेटी को खूब दुलारा और प्यार किया. इतना ही नहीं महिला ने बेटी से वादा किया कि वे फिर उससे मुलाकात करेंगी.

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नेइयॉन से मुलाकात के दौरान जांग जी-सुंग को रोते हुए देख वहां मौजूद उनका पूरा परिवार भी रोने लगा. हालांकि, वर्चुअल रियलिटी के जरिए मृत परिजनों से मुकालात करने पर सवालिया निशान भी लग गए हैं. इस वैज्ञानिक प्रयोग को सुरक्षा के लिहाज से खतरनाक भी बताया जा रहा है. इस प्रयोग पर बातचीत करते हुए यूनिवर्सिटी ऑफ ससेक्स के प्रोफेसर ब्ले व्हिटबी ने कहा कि इससे परिजनों को मानसिक तौर पर बहुत बुरा प्रभाव भी पड़ सकता है.