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राजस्थान: सांभर झील के पास 15 हजार से ज्यादा पक्षियों की मौत, फॉरेंसिक रिपोर्ट में हुआ भयानक खुलासा

सांभर झील भारत की सबसे बड़ी अंतर्देशीय खारे पानी की झील है. सांभर झील 10 हजार प्रवासी पक्षियों के लिए एक महत्वपूर्ण शीतकालीन क्षेत्र है.

Updated on: 20 Nov 2019, 03:33 PM

नई दिल्ली:

राजस्थान की सांभर झील के पास पिछले एक सप्ताह में 15,000 से अधिक पक्षी मृत पाए गए हैं. मृत पाए गए पक्षियों में ज्यादातर पक्षी प्रवासी बताए जा रहे हैं. प्रारंभिक फॉरेंसिक रिपोर्ट के मुताबिक, प्रवासी पक्षियों की रहस्यमय मौतों का कारण बोटुलिज़्म नामक बीमारी हो सकती है. ये एक गंभीर और घातक बीमारी है जो सीधे तंत्रिकाओं को प्रभावित करती है.

एक 70 सदस्यीय आपदा प्रबंधन टीम जयपुर के पास स्थित सांभर झील पर मौजूद थी, जो पक्षियों के शवों को नष्ट कर रहे थे ताकि बोटुलिज़्म बीमारी अन्य पक्षियों को प्रभावित न कर सके. बता दें कि सांभर झील भारत की सबसे बड़ी अंतर्देशीय खारे पानी की झील है. सांभर झील 10 हजार प्रवासी पक्षियों के लिए एक महत्वपूर्ण शीतकालीन क्षेत्र है.

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समाचार एजेंसी पीटीआई ने प्रमुख सचिव (वन) श्रेया गुहा ने बताया, "राजस्थान के बीकानेर में स्थित पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों ने संकेत दिए हैं कि पक्षियों की मौत बोटुलिज़्म से हुई है."

जयपुर जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने कहा कि झील में मौजूद भारी धातु विषाक्तता की जांच के लिए कोयम्बटूर प्रयोगशाला में एक नमूना भेजा गया है और अब इसकी रिपोर्ट का इंतजार है. यादव ने कहा कि बीकानेर विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों ने कहा है कि पक्षियों की मौत बोटुलिज़्म के कारण हुई है न कि एवियन फ्लू से, जैसा कि पहले माना जा रहा था.

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इस पूरे मामले में पशुपालन विभाग की कई टीमें स्थिति पर करीबी नजर रख रही हैं. बीते 10 नवंबर को सांभर झील के आसपास के 5 से 7 किमी क्षेत्र में नॉर्दर्न शॉवलर, रूडी शेल्डक, प्लोवर्स, एवोकेट्स सहित कई प्रजातियों के हजारों पक्षी मृत पाए गए. एक सप्ताह के भीतर राज्य में इस तरह की यह दूसरी घटना थी.