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इस टेलीफोन की वजह से हुई थी लाखों लोगों की हत्या, नीलामी में लगी थी 2 करोड़ की बोली

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 1945 का ये टेलीफोन साल 2017 में नीलाम हुआ था. अमेरिका में हुई इस नीलामी में इस टेलीफोन के लिए करीब 2 करोड़ रुपये की बोली लगाई गई थी.

Updated on: 25 Feb 2020, 03:21 PM

नई दिल्ली:

आज के इस हाइटेक जमाने में लोगों के पास अत्याधुनिक मोबाइल फोन मौजूद हैं. लेकिन मोबाइल फोन के दौर से पहले आम जिंदगी टेलीफोन के भरोसे चलती थी. टेलीफोन की मदद से ही लोग अपने सगे-संबंधियों से बातचीत किया करते थे. लेकिन, आज हम आपको एक ऐसे टेलीफोन के बारे में बताने जा रहे हैं जिसकी वजह से लाखों लोगों की जानें चली गई थीं. जी हां, हम बात कर रहे हैं दुनिया के सबसे खतरनाक लोगों में से एक जर्मनी के खूंखार तानाशाह हिलटर की.

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नीलामी में लगी थी 2 करोड़ रुपये की बोली
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 1945 का ये टेलीफोन साल 2017 में नीलाम हुआ था. अमेरिका में हुई इस नीलामी में इस टेलीफोन के लिए करीब 2 करोड़ रुपये की बोली लगाई गई थी. हालांकि इस टेलीफोन के खरीदार के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई. बताया जाता है कि यह फोन पहले काले रंग का हुआ करता था, जिसे बाद में पेंट कर लाल रंग का कर दिया गया था. लाखों लोगों की मौत में भागीदारी निभाने वाले इस फोन पर हिटलर का नाम भी लिखा है.

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1945 में हिटलर के बंकर से हुआ बरामद
बताया जाता है कि हिटलर को ये टेलीफोन वेरमेच से मिला था. दूसरे विश्व युद्ध के दौरान हिटलर इसी टेलीफोन से अपने सैनिकों को आदेश देता था, जिसके बाद उसके सैनिक बंधकों को मौत के घाट उतार दिया करते थे. ये टेलीफोन विश्व युद्ध खत्म होने के बाद साल 1945 में हिटलर के बंकर से मिला था. गौरतलब है कि हिटलर यहूदियों से बहुत नफरत करता था. हिटलर द्वारा बनाए गए यातना शिविरों में बंद करीब 10 लाख लोगों की हत्या कर दी गई थी, जिनमें से ज्यादातर यहूदी ही थे.