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2019 में मिला 1998 में लापता हुआ शख्स, Whatsapp ने कराई मुलाकात

राजस्थान के एक बड़े घराने से आने वाले महावीर सिंह धातु कारोबारी थे जिसमें उन्हें भारी घाटा हुआ और फिर 1998 में वो मुंबई से लापता हो गए.

Updated on: 08 Jan 2019, 04:51 PM

नई दिल्ली:

बेंगलुरु के एक बड़े अस्पताल में हितेंद्र सिंह यह कहते हैं, "भगवान का धन्यवाद! सोशल मीडिया का धन्यवाद." दरअसल हितेंद्र द्वारा ऐसा कहने के पीछे एक बहुत बड़ी वजह है. हितेंद्र ये बात वहां इलाज के लिए लाए गए महावीर सिंह चौहान की कहानी पर कह रहे हैं जो व्हाट्सऐप की बदौलत राजस्थान में अपने घरवालों से 20 साल बाद मिल सके.

महावीर के चचेरे भाई हितेंद्र सिंह ने बीबीसी हिंदी से कहा, "कई बार हम सोशल मीडिया के बुरे इस्तेमाल के बारे में सुनते हैं लेकिन हमारे परिवार और हमारे गांव ने इसका बेहद सकारात्मक प्रभाव देखा है."

राजस्थान के एक बड़े घराने से आने वाले महावीर सिंह धातु कारोबारी थे जिसमें उन्हें भारी घाटा हुआ और फिर 1998 में वो मुंबई से लापता हो गए. घर के बड़े लोगों से अपमानित होने के डर से वो राजस्थान के झालौर ज़िले के झाब इलाक़े में अपने घरवालों को बिना कुछ बताए बेंगलुरु चले गए.

वहाँ गुलाबों की खेती के लिए भारत भर में मशहूर डोडाबल्लापुर में उन्होंने ड्राइवर, फ़ोटोग्राफ़र का काम किया और बाद में एक गुलाब फ़ार्म में सुपरवाइज़र के पद पर काम करने लगे.