logo-image

18000 साल से बर्फ में दबा था यह 'कुत्‍ता', बाल, नाक और दांत बिल्कुल सही सलामत

एक, दो नहीं पूरे 18 हजार साल साइबेरिया के बर्फ में दबे एक जानवर की लाश मिली तो वैज्ञानिक भी हैरान रह गए.

नई दिल्‍ली:

एक, दो नहीं पूरे 18 हजार साल साइबेरिया के बर्फ में दबे एक जानवर की लाश मिली तो वैज्ञानिक भी हैरान रह गए. कोई इसे कुत्‍ता कह रहा है तो कोई भेड़िया, लेकिन सबसे आश्‍चर्य की बात ये है कि इतने साल से बर्फ में दबे रहने के बावजूद इसके शरीर के बाल, नाक और दांत बिल्कुल सही सलामत हैं. वैज्ञानिकों का कहना है कि इस कुत्ते का शव भेड़ियों और आधुनिक कुत्तों के बीच एक कड़ी का काम कर सकता है.

बीबीसी के मुताबिक स्वीडन के सेंटर फॉर पेलियोजेनेटिक्स में शोधकर्ता डेव स्टेनटन ने सीएनएन को बताया कि कुत्ते की डीएनए सीक्वेंसिंग से पता चलता है कि वह ऐसी प्रजाति से है जो कुत्तों और भेड़ियों के समान पूर्वज हुआ करते थे. उन्होंने कहा, ''हमें उस शव से बहुत सारा डाटा मिला है और इतने ज़्यादा डाटा से आप ये पता करने की उम्मीद कर सकते हैं कि वो कुत्ता किस प्रजाति से है.''

इसी सेंटर के एक अन्‍य शोधकर्ता लव डेलन ने एक ट्वीट में सवाल किया है कि क्या ये शव भेड़िये के बच्चे का है या सबसे पुराना कुत्ता मिला है. इस कुत्ते का नाम डोगर रखा गया है याकुट भाषा में जिसका मतलब होता है दोस्त.

दरअसल माना जाता है कुत्‍ते भेड़ियों के वंशज हैं . अभी तक यह तथ्‍य सामने नहीं आ पाया कि कुत्ते कब पालतू बन गए. जबिक भेड़िए खतरनाक जंगली जानवर होते हैं. 2017 में प्रकाशित हुए एक अध्ययन में बताया गया था कि कुत्तों को पालतू बनाने की शुरुआत 20 से 40 हज़ार साल पहले हुई थी.