logo-image

देश का एक ऐसा गांव जहां किसी भी घर में नहीं हैं दरवाजे, वजह जान पैरों तले खिसक जाएगी जमीन

बेवर थाना क्षेत्र के नगला दरबारी नाम के इस गांव में महज 30 लोगों का परिवार रहता है. यहां पर आज भी लोग कच्ची मिट्टी के मकानों में रहते हैं.

Updated on: 28 Jan 2019, 11:13 AM

मैनपुरी:

उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले में एक ऐसा गांव भी है जहां सिर्फ भिखारी रहते हैं। इस गांव में बने घरों में दरवाजे नहीं हैं क्योंकि यहां के लोगों को न तो चोरी होने का डर है न किसी खजाने में सेंध लगने का। सरकारी इंतजामों से दूर इस गांव के लिए कोई रास्ता भी नहीं है। यहां माता-पिता के जेहन में बच्चों के पैदा होने के साथ ही डॉक्टर या इंजीनियर बनाने का ख्वाब नहीं आता बल्कि वे पहले ही तय कर चुके होते हैं कि उनका बेटा या बेटी बड़े होकर भिखारी ही बनेंगे.

ये भी पढ़ें- US President Polls 2020: डेमोक्रेट कमला हैरिस ने शुरू किया चुनाव अभियान, डॉनल्ड ट्रंप पर जमकर बोला हमला

बेवर थाना क्षेत्र के नगला दरबारी नाम के इस गांव में महज 30 लोगों का परिवार रहता है। यहां पर आज भी लोग कच्ची मिट्टी के मकानों में रहते हैं। इनके घरों में कोई दरवाजा नहीं है और न ही गांव के लिए कोई रास्ता है। बिजली-पानी जैसी व्यवस्थाओं से दूर यहां के लोग तंगहाली में रहने को मजबूर हैं। साल 1958 में जौहरीनाथ के पिता ख्यालीनाथ परिवार के साथ इस गांव में आए थे। जौहरी नाथ बताते हैं कि कोई गुजर-बसर का धंधा ना देख अपने पैतृक काम नागों को बीन पर नचाकर अपना गुजारा करने लगे। इस पर भी गुजारा न हुआ तो हम भीख मांगकर पेट पालने लगे। अब भीख मांगना ही हमारा पेशा बन गया है।

ये भी पढ़ें- हेमा मालिनी के गाल पर लालू के बोल, रेप पर मुलायम की टिप्पणी.. पढ़ें महिलाओं पर दिए गए 5 सबसे आपत्तिजनक बयान

गांव में सांप को वश में करने की पाठशाला खोल रखी है. बता दें की सरकार की तमाम योजनाएं इनकी पहुंच से दूर हैं, जिसकी वजह से इस गांव के लोगों ने अपनी अलग पाठशाला खोल रखी है। वे बच्चों को सांपों को वश में करना सिखाते हैं। इस गांव में 200 से ज्यादा लोग रहते हैं और तकरीबन 100 रुपये प्रतिदिन कमा लेते हैं। नगला दरबारी में रहने वाले लोग पीढ़ी दर पीढ़ी भीख मांगते चले आ रहे हैं। यह लोग सांप दिखाकर भीख मांगने के चक्कर में तिहाड़ जेल भी जा चुके हैं।