logo-image

एक साथ 27 कैंचियों से बाल काटता है पाकिस्तान का ये नाई, लेता है इतने रुपये.. पीछे छिपी है हैरतअंगेज मेहनत

ओवैस के इस हैरतअंगेज कारनामे से उनके पास अब कस्टमर्स की लाइन लगी रहती है.

Updated on: 12 Feb 2019, 12:57 PM

नई दिल्ली:

इन दिनों इंटरनेट पर दो नाई जबरदस्त चर्चा का विषय बने हुए हैं. पहला नाई भारत के अहमदाबाद का है, जिसने अपने काम और ईमानदारी की वजह से एक विदेशी यूट्यूबर का दिल जीत लिया. तो वहीं दूसरा नाई पाकिस्तान का है जो अपने अनोखे काम की वजह से इंटरनेट पर काफी चर्चाएं बटोर रहा है. मोहम्मद ओवैस नाम का यह पाकिस्तानी नाई अपने अनोखे कटिंग स्टाइल की वजह से काफी फेमस होता जा रहा है. दरअसल ओवैस कटिंग करने के लिए एक साथ 27 कैंचियों का इस्तेमाल करता है, जो अपने आप में एक अजूबा है. लोगों के दिमाग में ये बात घुसने का नाम ही नहीं ले रही है कि आखिर कोई शख्स एक साथ 27 कैंचियों को कैसे चला सकता है?

ये भी पढ़ें- मुजफ्फरपुर शेल्टर होम केस: CJI ने अवमानना का दोषी मानते हुए नागेश्वर राव पर 1 लाख रुपये का ठोका जुर्माना

ओवैस के इस हैरतअंगेज कारनामे से उनके पास अब कस्टमर्स की लाइन लगी रहती है. 26 साल के इस जादूई बारबर ने इंटरनेट पर तहलका मचा रखा है. ओवैस को एक कटिंग करने में आधे घंटे का समय लगता है, जिसके लिए वह 300 रुपये चार्ज करता है. ओवैस पिछले 10 सालों से इस पेशे में लगा हुआ है. लेकिन उसे अपना बिजनेस शुरू किए अभी कुछ ही महीने हुए हैं और ओवैस ने सिर्फ पाकिस्तान में ही नहीं बल्कि दुनिया के कई हिस्सों में अपनी पहचान बना ली है. ओवैस पाकिस्तान के गुजरांवाला में 'कटिंग एज' नाम से सैलून चलाता है.

ये भी पढ़ें- 'टॉयलेट के अंदर अंकल मेरे साथ गंदा काम करते हैं', 4 साल की बच्ची ने मां को सुनाई दर्दभरी दास्तां.. कांप जाएगी रूह

आपको बता दें कि ओवैस कोई साधारण नाई नहीं बल्कि एक प्रोफेशनल नाई है. प्रोफेशनल हेयर ड्रेसर बनने के लिए ओवैस ने ईरान जाकर कोर्स किया और डिप्लोपा प्राप्त कर प्रमाणिक नाई बन गया. ईरान से हेयर स्टाइलिंग में डिप्लोमा लेने के बाद ओवैस पाकिस्तान लौटने के बजाए इटली पहुंच गया, जहां उसने अपने पेशेवर काम में हाथ आजमाया. ओवैस ने बताया कि 27 कैंचियों का इस्तेमाल करना उसने पांच साल पहले ही शुरू कर दिया था.

ओवैस ने कहा, 'मेरी यूनिक हेयरकट टेक्निक का अनुभव लेने के लिए बहुत से लोग एक्साइटेड रहते हैं. मैंने अपने काम में महारथ हासिल करने के लिए कई सालों तक कड़ी मेहनत की है. मैं अपने काम को लेकर बहुत ज्यादा उत्साही हूं। मुझे इस बात पर गर्व है कि मैं दूसरों से कुछ अलग कर रहा हूं. शुरू-शुरू में मेरे सैलून में बहुत ज्यादा ग्राहक नहीं आते थे, लेकिन बीते कुछ महीनों से दुकान पर आने वाले कस्टमर्स की संख्या काफी ज्यादा बढ़ गई है.'