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हेलिकॉप्टर में बैठकर विदा हुई मजदूर की बेटी, महज 1 रुपये के शगुन में हुई शादी.. नजारा देख रो पड़े पिता

दहेज न लेने की शर्त पर ही ये शादी तय हुई थी. शर्त पर लड़की पक्ष की ओर से अनुमति मिलने के बाद ही शादी को हरी झंडी दिखाई गई थी.

Updated on: 11 Feb 2019, 04:41 PM

हिसार:

हरियाणा के हिसार में उस वक्त एक पिता की आंखें नम हो गईं, जब उनकी बेटी शादी के बाद हेलिकॉप्टर में बैठकर विदा हुई. हेलिकॉप्टर में बैठकर विदा हुई इस बेटी के पिता कोई बड़े कारोबारी नहीं बल्कि एक मजदूर हैं. जी हां, आपने बिल्कुल ठीक सुना. लड़की का नाम संतोष है, जिसकी 10 फरवरी को संजय के साथ शादी हुई. खास बात ये है कि संजय और संतोष की शादी पूरी तरह से दहेज मुक्त हुई. लड़की पक्ष ने शगुन के रूप में केवल एक रुपये लड़का पक्ष को भेंट किया.

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संजय के पिता सतबीर ने बताया कि वे अपने बेटे की शादी इस तरह से इसलिए करना चाहते थे ताकि लोगों को इससे कुछ सीख मिले. सतबीर ने कहा कि वे अपने बेटे की शादी के जरिए लोगों में बेटी बचाओ का संदेश देना चाहते थे. सतबीर चाहते हैं कि लोग बेटियों को बोझ मानना बंद कर दें. इस अनोखी शादी को लेकर गांव वाले बेहद हैरान हैं. गांव वालों का कहना है कि उन्होंने अपने जीवन में पहली बार ऐसी शादी देखी है जिसमें दहेज के रूप में केवल एक रुपया लिया गया और ऊपर से बहू को हेलिकॉप्टर में बैठाकर घर ले गए हों.

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बताया जा रहा है कि दहेज न लेने की शर्त पर ही ये शादी तय हुई थी. शर्त पर लड़की पक्ष की ओर से अनुमति मिलने के बाद ही शादी को हरी झंडी दिखाई गई थी. सतबीर ने बताया कि संजय उनका इकलौता बेटा है. उन्होंने बताया कि संजय ही चाहता था कि वह हेलिकॉप्टर में सवार होकर शादी के लिए जाए और अपनी पत्नी को हेलिकॉप्टर में ही बैठाकर घर लाए.

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संतोष ग्रेजुएट है जबकि संजय ग्रेजुएशन के फाइनल इयर में है. बेटी की इस तरह से हुई विदाई पर संतोष के पिता की आंखें नम हो गईं. लड़की के पिता ने कहा कि उन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि उनकी बेटी की विदाई हेलिकॉप्टर में होगी. उन्होंने कहा कि ये सब भगवान की ही कृपा और उसका भाग्य ही है कि वह हेलिकॉप्टर में सवार होकर अपने ससुराल जा रही है. संतोष के पिता मजदूरी करते हैं. संतोष अपने घर में सबसे बड़ी है, उसके दो भाई-बहन और हैं.

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