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गांव की लड़की के साथ सालों से समलैंगिक रिश्ते में हैं दुती चंद, कहा- जान से भी प्यारी है उनकी महिला साथी

दुती चंद ने कहा कि मुझे कोई ऐसा मिल गया है जो मुझे जान से भी प्यारा है. मुझे लगता है कि हर किसी को रिश्तों की आजादी होनी चाहिए कि वह किसके साथ रहना चाहता है.

Updated on: 19 May 2019, 10:56 AM

नई दिल्ली:

एशियाई खेलों में भारत के लिए दो रजत पदक जीतने वाली देश की सबसे तेज महिला धावक दुती चंद ने चौंकाने वाला खुलासा किया है. दुती चंद ने बताया कि वे बीते कुछ सालों से समलैंगिक रिश्तों में हैं. दुती के साथ समलैंगिक रिश्तों में कोई और नहीं बल्कि उनके गांव की ही एक लड़की है. हालांकि दुती चंद ने अपनी महिला साथी की पहचान को सार्वजनिक नहीं किया है. दुती ने कहा कि उन्हें ये बिल्कुल पसंद नहीं है कि उनकी महिला साथी बेवजह लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बनें. बता दें कि अपने इस खुलासे के बाद दुती चंद भारत की पहली खिलाड़ी हैं, जिन्होंने अपने समलैंगिक रिश्तों की बात को स्वीकार किया है.

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महिलाओं की 100 मीटर रेस में भारत की नंबर 1 धावक दुती चंद ने 'द संडे एक्सप्रेस' से बातचीत करते हुए अपने समलैंगिक रिश्तों को कबूल किया. उन्होंने कहा, 'मुझे कोई ऐसा मिल गया है जो मुझे जान से भी प्यारा है. मुझे लगता है कि हर किसी को रिश्तों की आजादी होनी चाहिए कि वह किसके साथ रहना चाहता है. मैंने हमेशा उन लोगों के अधिकारों की पैरवी की है जो समलैंगिक रिश्तों में रहना चाहते हैं. यह किसी व्यक्ति विशेष की अपनी इच्छा है. फिलहाल मेरा फोकस वर्ल्ड चैंपियनशिप और ओलंपिक गेम पर है, लेकिन भविष्य में मैं उसके साथ सेटल होना चाहूंगीं.'

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दुती ने कहा, 'उन्होंने एलजीबीटी समुदाय के अधिकारों के लिए आवाज उठाने के लिए उस वक्त हिम्मत जुटाई, जब पिछले साल सुप्रीम कोर्ट ने ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए आईपीसी के सेक्शन 377 को अपराध के दायरे से बाहर कर दिया था. मेरा सपना था कि मुझे कोई ऐसा मिले जो मेरे पूरे जीवन का साथी बने. मैं किसी ऐसे के साथ रहना चाहती थी, जो मुझे बतौर खिलाड़ी प्रेरित करे. मैं बीते 10 साल से धावक हूं और अगले 5 से 7 साल तक दौड़ती रहूंगी. मैं प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने पूरी दुनिया घूमती हूं, यह आसान नहीं है. मुझे किसी का सहारा भी चाहिए.'