सर्जिकल स्ट्राइक को जुमला बताना सेना का अपमान, जनता माफ नहीं करेगी... पढ़िए पीएम मोदी की दस बड़ी बातें
पीएम मोदी मे राहुल गांधी द्वारा उन्हें गले लगाने पर तंज कसते हुए कहा कि राहुल गांधी को पीएम बनने की इतनी जल्दी है कि वो यहां हमारे कुर्सी तक पहुंच गए।
नई दिल्ली:
पीएम मोदी ने शुक्रवार को लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कांग्रेस और विपक्ष द्वारा लगाए गए आरोप का जवाब दिया।
सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर पीएम मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि आपने सर्जिकल स्ट्राइक को जुमला बताया, ये सेना का अपमान था। आपको गाली देनी है तो मोदी को दीजिए, सेना का अपमान मत करिए।
पीएम मोदी मे राहुल गांधी द्वारा उन्हें गले लगाने पर तंज कसते हुए कहा कि राहुल गांधी को पीएम बनने की इतनी जल्दी है कि वो यहां हमारे कुर्सी तक पहुंच गए।
उन्होंने आज सुबह राहुल गांधी द्वारा अपने पास आकर गले मिलने के घटनाक्रम का जिक्र किया और कहा, 'उनका एक ही मकसद है मोदी हटाओ। मैं हैरान हूं कि सुबह चर्चा शुरू हुई थी, मतदान भी नहीं हुआ था, जय पराजय का फैसला भी नहीं हुआ लेकिन उन्हें यहां पहुंचने का इतना उत्साह है कि आकर (मुझसे) बोले, उठो उठो।'
उन्होंने कहा, 'यहां कोई न उठा सकता है, न बैठा सकता है। सवा सौ करोड़ देशवासी उठा सकते हैं। इतनी जल्दबाजी क्या है।'
उन्होंने कहा, 'उनका एक ही मकसद है, मैं ही प्रधानमंत्री बनूंगा। इसके लिए कम से कम अविश्वास प्रस्ताव का बहाना तो न बनाइए।'
वहीं राफेल डील को लेकर राहुल के आरोप का जवाब देते हुए कहा कि ऐसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर सदन में बिना किसी ठोस जानकारी के ग़लत बयान देना ठीक नहीं है। आपकी बचकानी हरकत की वजह से फ्रांस को स्पष्टीकरण देना पड़ा।
वहीं लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाने को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस को दरअसल अपना कुनबा बिखरने की चिंता है इसलिए उन्होंने ऐसा किया। वहीं यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी के बयान पर चुटकी लेते हुए पीएम ने कहा कि उनका अहंकार देखिए कि अविश्वास प्रस्ताव स्वीकृत होने के बाद कहती हैं कि कौन कहता है उनके पास नंबर नही है। मीडिया में मैने उनका यह बयान देखा, ये अंहकार नही तो क्या है?
वहीं 2019 और 2024 चुनाव में जीत का दावा करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भगवान शिव आपको शक्ति दें कि आप 2024 में फिर अविश्वास प्रस्ताव लाएं।
राहुल गांधी द्वारा आंख से आंख नहीं मिला पा रहे हैं पीएम वाले बयान को लेकर उन्होंने कहा कि हम कौन हो सकते हैं आपकी आंख में आंख डालने वाले, गरीब मां का बेटा आप जैसे नामदार की आंख में मेरे जैसा कामदार कैसे डालेगा। सुभाष चंद्र बोस, सरदार बल्लभ भाई पटेल, मोरारजी देसाई और प्रणब मुखर्जी ने भी आंख मे आंख डालकर देखने की कोशिश की थी लेकिन उनका क्या हश्र हुआ सब जानते हैं।
वहीं भ्रष्ट्राचार के मुद्दे को लेकर उन्होंने कहा कि हमने काले धन के खिलाफ लड़ाई छेड़ी है और ये लड़ाई रूकने वाली नही है।
और पढ़ें- राफेल डील: राहुल के आरोप पर फ्रांस का जवाब, सूचना गोपनीय रखने का करार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण की दस बड़ी बातें
1. हमको तो अपनी बात कहने का मौक़ा मिल ही रहा है पर देश को यह भी देखने को मिला है कि कैसी नकारात्मक राजनीति ने कुछ लोगों को घेर के रखा हुआ है। कैसा विकास के प्रति विरोध का भाव है। न मांझी न रहबर, न हक़ में हवायें, है कश्ती भी जर्जर, ये कैसा सफर है।
2. कईयों के मन में यह प्रश्न है कि अविश्वास प्रस्ताव लाया क्यूं गया? न तो संख्या है, न सदन में बहुमत है फिर भी सदन में इस प्रस्ताव को क्यों लाया गया। कांग्रेस को दरअसल अपना कुनबा बिखरने की चिंता है इसलिए उन्होंने ऐसा किया।
3. भारत ने अपने साथ ही पूरी दुनिया के आर्थिक विकास को गति दी है। दुनिया को भी देश पर यकीन है, इंटरनेशनल एंजेंसियों को भी यकीन है लेकिन जो खुद पर यकीन नहीं कर सकते वो हम पर क्या यकीन करेंगे। उन्हें चुनाव आयोग पर विश्वास नहीं, ईवीएम पर विश्वास नहीं, देश के मुख्य न्यायधीश पर विश्वास नहीं, क्योंकि उनको खुद पर विश्वास नहीं है।
4. आज कहा गया कि आप चौकीदार नही भागीदार हैं। मैं गर्व के साथ कहना चाहता हूं मैं चौकीदार भी हूं, भागीदार भी हूं आप जैसे सौदागर और ठेकेदार नही हैं। हम गरीबों, पीड़ितों के दुख उनकी पीड़ा के भागीदार हैं।
5. आपने सर्जिकल स्ट्राइक को जुमला बताया, ये सेना का अपमान था। आपको गाली देनी है तो मोदी को दीजिए, सेना का अपमान मत करिए। सर्जिकल स्ट्राइक को जुमला स्ट्राइक बताने वालों को देश की जनता माफ नहीं करेगी
6. हम कौन होते हैं आपकी आंखों में आंख डाल सकें, हम गरीब मां के बेटे, गांव में पले बढ़ें। इतिहास गवाह है कि जब सुभाष चंद्र बोस, जयप्रकाश नारायण, मोरारजी देसाई, प्रणब मुखर्जी ने आंख में आंख डालने की कोशिश की तो उनके साथ क्या हुआ। हम कैसे आंखें मिला सकते हैं।
7. प्रधानमंत्री ने 2019 और 2024 के चुनाव जीतने का दावा करते हुए कहा कि भगवान शिव आपको शक्ति दें कि आप 2024 में फिर अविश्वास प्रस्ताव लाएं। 2019 में कांग्रेस सबसे बड़ा दल बना तो 'मैं ही प्रधानमंत्री बनूंगा' कहने से पहले बाकी दलों के मुहर का इंतजार तो करना होगा।
8. राफेल डील जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर सदन में बिना किसी ठोस जानकारी के ग़लत बयान देना ठीक नहीं है। आपकी बचकानी हरकत की वजह से फ्रांस को स्पष्टीकरण देना पड़ा। क्या सच को ऐसे रौंदा जाएगा, क्या ऐसी बचकानी हरकत करनी चाहिए कि दो देशों को इनके दावों का खंडन करना पड़े। ये बिना हाथ-पैर और सबूत के सच का गला घोंटने की कोशिश है।
9. हाल के समय में हिंसा की घटनाएं हुई हैं। ये घटनाएं दुखद हैं और मानवता के मूल सिद्धांत के विरूद्ध हैं। राज्य सरकारें कदम उठा रही हैं। मैं राज्य सरकारों से एक बार फिर कहना चाहता हूं कि इस तरह के मामलों में कड़ी कार्रवाई की जाए।
10. हम सबका साथ सबका विकास के भाव के साथ काम करने वाली सरकार हैं, 18000 गांवों में बिजली पहुंची, ये काम पिछली सरकारें भी कर सकती थीं। एक अंतराष्ट्रीय संस्था के मुताबिक 5 करोड़ देशवासी गरीबी से बाहर आए, 4.5 करोड़ गैस कनेक्शन दिए। 25 करोड़ जन-धन खाते खोले गए और गरीबों के लिए बैंक के दरवाजे खोले।
और पढ़ें- मॉनसून सत्र से जुड़ी सभी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें