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घरेलू बीयर (Beer) कंपनियां टेस्ट बढ़ाने के लिए जा रही हैं भूटान, पढ़ें पूरी खबर

पिछले कुछ महीने से देश में अल्फा (Elfa) और कटी पतंग (Kati Patang) 'मेड इन भूटान' बीयर बेच रही हैं. मौजूदा समय में घरेलू बीयर मार्केट में क्राफ्ट बीयर (craft beer) की हिस्सेदारी 2-3 फीसदी है.

Updated on: 04 Jun 2019, 01:22 PM

highlights

  • कई भारतीय बीयर कंपनियां भूटान में प्रोडक्शन की संभावनाएं तलाश कर रही हैं
  • कुछ महीने से अल्फा और कटी पतंग 'मेड इन भूटान' बीयर की बिक्री कर रही हैं
  • घरेलू बीयर मार्केट में क्राफ्ट बीयर (craft beer) की हिस्सेदारी 2-3 फीसदी

नई दिल्ली:

भारत की कई बीयर (Beer) कंपनियां बीयर के टेस्ट को बढ़ाने के लिए कई तरह के तरीके अपना रही हैं. ताजा मामले के मुताबिक घरेलू बीयर कंपनियां अब भूटान की ओर रुख कर रही हैं. दरअसल, भूटान में प्राकृतिक झरने से मिलने वाले पानी से बीयर के टेस्ट में एक खास तरह का बदलाव आ जाता है. कंपनियों को इससे काफी फायदा हो रहा है उन्हें इसके लिए अच्छी खासी कीमत भी मिल रही है. कई बीयर कंपनियां भूटान में प्रोडक्शन की संभावनाएं तलाश कर रही हैं.

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देश में क्राफ्ट बीयर की हिस्सेदारी 2-3 फीसदी
पिछले कुछ महीने से देश में अल्फा (Elfa) और कटी पतंग (Kati Patang) 'मेड इन भूटान' बीयर बेच रही हैं. सिंबा (Simba), आरबर ब्रुइंग कंपनी (Arbor Brewing Co.) और व्हाइट राइनो (White Rhino) अपनी विस्तार योजनाओं के तहत वहां उत्पादन की संभावनाएं तलाश रही हैं. मौजूदा समय में घरेलू बीयर मार्केट में क्राफ्ट बीयर (craft beer) की हिस्सेदारी 2-3 फीसदी है. भारत में मौजूदा समय में जर्मनी और बेल्जियम में खोजे गए खासकर हेफेजाइन (Hefeweizen) और विटबियर (Witbier) गेहूं कैटेगरी के क्राफ्ट बीयर की पैठ बन चुकी है.

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भारत में बीयर की फैक्टरी लगाने में काफी दिक्कतें
जानकारों के मुताबिक मौजूदा समय में घरेलू कंपनियां भारतीय बाजार की अपेक्षा भूटान में लाइसेंस लेने को तरजीह दे रहे हैं. अल्फा ब्रांड के मालिक पंजाब की मैडमैक्स ब्रुइंग कंपनी के अभिषेक दहिया के मुताबिक इंडिया में बीयर फैक्टरी लगाने में काफी मुश्किलें आती हैं. यहां लाइसेंस लेना काफी महंगा सौदा है. लाइसेंस की मंजूरी के लिए ऑफिसों के चक्कर लगाना पड़ता है. उनका कहना है कि भूटान में लाइसेंसिंग की प्रक्रिया काफी आसान है.

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बॉटल्ड क्राफ्ट बीयर ब्रांड कटी पतंग ने 7 महीने पहले दिल्ली में बिजनेस शुरू किया था. वह हंगसो में सेर भूम ब्रुअरी में एंबर एल उत्पादन कर रही है. कंपनी की अगले दो महीने में मुंबई और बेंगलुरु में डिस्ट्रीब्यूशन बढ़ाने की योजना है.