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मुकेश अंबानी अमेजन और फ्लिपकार्ट से भिड़ने को तैयार, बनाई ये रणनीति

बिजनेस टू कंज्यूमर (B2C) प्लेटफॉर्म के विस्तार के तहत रिलायंस ने अमेजन और फ्लिपकार्ट-वालमार्ट के प्लेटफार्म से अपने कपड़े, जूतों और लाइफस्टाइल प्रोडक्ट्स को वापस लेना शुरू कर दिया है.

Updated on: 17 Apr 2019, 02:49 PM

नई दिल्ली:

देश के सबसे अमीर आदमी रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी अमेजन और फ्लिपकार्ट से भिड़ने को तैयार दिखाई दे रहे हैं. दरअसल, मुकेश अंबानी अपने नए लॉन्च होने वाले बिजनेस टू कंज्यूमर (B2C) प्लेटफॉर्म का विस्तार करना चाह रहे हैं. इसी की रणनीति के तहत उन्होंने प्रतिद्वंदी कंपनियों अमेजन और फ्लिपकार्ट-वालमार्ट के प्लेटफार्म से अपने कपड़े, जूतों और लाइफस्टाइल प्रोडक्ट्स को वापस लेना शुरू कर दिया है. बता दें कि अंबानी के पास उनके खुद के ब्रांडस के अलावा कुछ ग्लोबल ब्रांडस की बिक्री के भी अधिकार हैं.

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बता दें कि देश में रिलायंस इंडस्ट्रीज के पास सबसे ज्यादा ग्लोबल फैशन और लाइफ स्टाइल ब्रांड्स हैं. रिलायंस ने करीब 4 दर्ज विदेशी ब्रांड्स के साथ समझौते के साथ-साथ फ्रैंचायजी भी ले रखी है. रिलायंस के पास मौजूदा समय में डीजल, केट स्पेड, बरबेरी और मार्क एंड स्पेंशर आदि ब्रांड्स हैं. मौजूदा समय में इन ब्रांड्स में से ज्यादातर Amazon, Flipkart, Myntra, Jabong और टाटा क्लिक आदि वेबसाइट पर बिक रहे हैं.

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जानकारी के मुताबिक रिलायंस विदेशी ब्रांड्स के साथ-साथ अपने ब्रांड्स को सिर्फ अपने प्लेटफॉर्म (Exclusive) पर बेचना चाह रहा है. रिलायंस ने ऑनलाइन रिटेल कंपनियों से नए ऑर्डर लेने बंद कर दिए हैं. कंपनी के अधिकारियों के मुताबिक अब इन उत्पादों को सिर्फ Ajio.com और खुद के मोनोब्रांड साइट के जरिए बेचा जाएगा. वित्त वर्ष में 2018 में रिलायंस ब्रांड ने 336.41 करोड़ रुपये का राजस्व हासिल किया था.

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