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Payal Tadvi Suicide Case: मेडिकल छात्रा खुदकुशी मामले में तीनों आरोपी डॉक्टर गिरफ्तार

मुंबई के बीवाईएल नायर हॉस्पिटल में एमडी सेंकड ईयर की छात्रा ने कथित तौर पर सीनियर छात्रों की जातीय टिप्पणियों और मानसिक प्रताड़ना से तंग आकर 22 मई को आत्महत्या कर ली थी.

Updated on: 29 May 2019, 08:21 AM

highlights

  • मेडिकल छात्रा खुदकुशी मामले में तीनों आरोपी डॉक्टर गिरफ्तार
  • सीनियर्स उस पर जातीय टिप्पणी और फब्तियां कसते थे
  • पायल का आरक्षित कोटे के तहत 1 मई 2018 को मेडिकल कॉलेज में एडमिशन मिला था

नई दिल्ली:

मुंबई (Mumbai) में 23 वर्षीय मेडिकल छात्रा पायल तडवी आत्महत्या के मामले (Payal Tadvi suicide case) में तीनों आरोपी डॉक्टर हेमा आहुजा, भक्ति मेहर तथा डॉक्टर अंकिता खंडेलवाल को गिरफ्तार कर लिया गया है. हेमा आहूजा को कल रात गिरफ्तार किया गया था, जबकि भक्ति मेहरे को कल शाम सेशन कोर्ट से गिरफ्तार किया गया था.

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तीसरे आरोपी डॉक्टर अंकिता खंडेलवाल को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. मुंबई के बीवाईएल नायर हॉस्पिटल में एमडी सेंकड ईयर की छात्रा ने कथित तौर पर सीनियर छात्रों की जातीय टिप्पणियों और मानसिक प्रताड़ना से तंग आकर 22 मई को आत्महत्या कर ली थी. रिपोर्ट्स के मुताबिक पायल पिछड़ी जाति से ताल्लुक रखती थी और आरक्षण के तहत उसे मेडिकल में दाखिला मिला था. यही वजह थी कि उसके सीनियर्स उस पर जातीय टिप्पणी और फब्तियां कसते थे.

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बता दें कि मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने बीवाईएल नायर हॉस्पिटल की तीनों महिला डॉक्टरों के खिलाफ मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी थी. पुलिस ने सभी आरोपियों पर धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) और एसी/एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पायल का आरक्षित कोटे के तहत 1 मई 2018 को मेडिकल कॉलेज में एडमिशन मिला था.

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गौरतलब है कि एडमिशन के बाद से ही पायल को सीनियर्स की रैगिंग और प्रताड़ना का शिकार होना पड़ा रहा था. मेडिकल कॉलेज पायल के साथ हो रही ज्यादती की बात उसके परिजनों को भी पता थी. जिसके बाद मृतका के परिजनों ने हॉस्टल वॉर्डन से आरोपियों की शिकायत की थी. आरोपियों पर परिजनों की शिकायत का कोई असर नहीं दिखा और वे लगातार पायल को परेशान करते रहे. पायल ने अपने रूम के पंखे में ही दुपट्टा बांधकर फांसी लगा ली थी.