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मध्‍य प्रदेश: CM कमलनाथ ने सिंधिया और दिग्‍विजय गुट को किया संतुष्‍ट, फिर भी ये हैं नाराज

15 विधायक ऐसे हैं, जो पहली बार मंत्री बने, जबकि कांग्रेस से पहली बार विधायक बने 55 नए चेहरों में से किसी को भी मंत्रिमंडल में जगह नहीं दी गई

Updated on: 26 Dec 2018, 10:07 AM

नई दिल्‍ली:

मध्य प्रदेश के CM कमलनाथ अपने मंत्रीमंडल में ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया और दिग्‍विजय सिंह गुट को पर्याप्‍त जगह देकर संतुष्‍ट कर लिया पर मंत्रिमंडल में वादे के मुताबिक जगह नहीं मिलने से तीन निर्दलियों सहित समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के विधायक खासे नाराज हैं. तीनों निर्दलियों ने सपा के एक और बसपा के दोनों विधायकों के साथ एक होटल में बैठक भी की. बता दें सरकार के मंत्रिमंडल का मंगलवार को शपथ ग्रहण हुआ. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने 28 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई. इनमें एक निर्दलीय प्रदीप जायसवाल, दो महिलाएं- विजयलक्ष्मी साधौ और इमरती देवी और एक मुस्लिम- आरिफ अकील को मंत्री बनाया गया है. इन मंत्रियों में 15 विधायक ऐसे हैं, जो पहली बार मंत्री बने, जबकि कांग्रेस से पहली बार विधायक बने 55 नए चेहरों में से किसी को भी मंत्रिमंडल में जगह नहीं दी गई.

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कमलनाथ गुट से 10, दिग्विजय खेमे से 7 और सिंधिया खेमे से 6 विधायकों को मंत्री बनाया गया है. 3 मंत्री ऐसे हैं जिनका दिग्विजय और कमलनाथ, दोनों गुटों के चहेते हैं. कमलनाथ गुट से सज्जन सिंह वर्मा, बाला बच्चन, प्रदीप जायसवाल, हर्ष यादव, लखन घनघोरिया, सुरेंद्र सिंह बघेल, अरुण भनोत, ओमकार सिंह मरकाम, सुखदेव पान्से और उमंग सिंघार को मंत्री पद मिला है.

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वहीं दिग्‍विजय सिंह गुट से उनके बेटे जयवर्धन सिंह, गोविंद सिंह, डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ, ब्रजेंद्र सिंह राठौर, प्रियव्रत सिंह, गोविंद सिंह राजपूत, पीसी शर्मा को मंत्री बनाया गया है.
कमलनाथ-दिग्विजय खेमों से बराबर संपर्क रहने वाले हुकुम सिंह कराड़ा, कमलेश्वर पटेल, सचिन सुभाष यादव को भी मंत्री पद से नवाजा गया है. जबिक ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया गुट से लाखन सिंह यादव, डॉ. प्रभुराम चौधरी, तुलसी सिलावट, इमरती देवी, महेंद्र सिंह सिसोदिया, प्रद्युम्न सिंह तोमर भी मंत्री बने हैं.

विधायकों को प्रोटेम स्पीकर शपथ दिलाएंगे

7 जनवरी से विधानसभा का सत्र शुरू हो रहा है, जिसमें सभी विधायकों को प्रोटेम स्पीकर शपथ दिलाएंगे, जो कि सदन का वरिष्ठ नेता होता है. इस पद के लिए अभी बीजेपी से गोपाल भार्गव का नाम आगे है. यह सत्र 11 जनवरी तक चलेगा.

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