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कमलनाथ सरकार से 'नमस्ते' नहीं करेंगे विधायक शेरा भैया, मिल सकता है मंत्री पद

मध्य प्रदेश में सरकार के गिरने की अटकलों के बीच सोमवार को सीएम कमलनाथ ने विधायकदल की बैठक की. विधायक दल की बैठक के बाद उन्होंने निर्दलीय विधायक शेरा भैया को बुलाया और अपने साथ चूरहट भी लेकर गए.

Updated on: 27 May 2019, 05:27 PM

highlights

  • शेरा भैया ने कहा था कि वह सरकरा से 'नमस्ते' कर सकते हैं
  • बसपा विधायक रामबाई का आरोप, बीजेपी नेता दे रहे पैसे का लालच

नई दिल्ली:

मध्य प्रदेश में सरकार के गिरने की अटकलों के बीच सोमवार को सीएम कमलनाथ ने विधायकदल की बैठक की. विधायक दल की बैठक के बाद उन्होंने निर्दलीय विधायक शेरा भैया को बुलाया और अपने साथ चूरहट भी लेकर गए. यहां मुख्यमंत्री कमलनाथ के जेट में दिग्विजय सिंह और मंत्री कमलेश्वर पाटेल भी मौजूद रहे. शेरा भैया के मंत्री बनने की अटकलें भी तेज हो गई हैं.

इतना ही नहीं बसपा विधायक रामबाई ने कहा है कि उनके समर्थकों के पास लगातार बीजेपी नेताओं के फोन आ रहे हैं. वह पैसों का प्रलोभन दे रहे हैं. लेकिन राम बाई ने कहा है कि वह हमेशा कमलनाथ का साथ देंगी. रामबाई ने कहा कि कमलनाथ जी के समर्थन में जिस दिन विधायकों का मार्च जाएगा वह उसमें शामिल जरूर होंगी.

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आपको बता दें कि कांग्रेस को सरकार बनाने में समर्थन देने वाले निर्दलीय विधायक शेरा भैया ने बड़ा बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि वह जनता के साथ हैं और जनता जैसा कहेगी वह वैसा करेंगे. उन्होंने टिकट वितरण से लेकर मंत्रिमंडल के विस्तार पर कई सवाल भी खड़े किए थे.

शेरा भैया ने कहा है कि खंडवा से वह अपनी पत्नी को टिकट दिलाना चाहते थे, लेकिन पार्टी ने अरुण यादव को टिकट देकर अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मार ली ,जबकि अरुण यादव का क्षेत्र से कोई भी लगाव नहीं था. वहीं उन्होंने दिग्विजय सिंह के टिकट मिलने पर भी धावा बोला और कहा था कि दिग्विजय सिंह को राजगढ़ से प्रत्याशी बनाना चाहिए था लेकिन भोपाल से टिकट देकर गलत फैसला लिया गया.

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इसके अलावा उन्होंने अपनी पीड़ा भी न्यूज़ स्टेट पर बयां की, और कहा की जनता ने कांग्रेस के कई नेताओं को नमस्ते कर दिया है ,और अगर उनके विधानसभा क्षेत्र की जनता कहेगी तो वह भी कांग्रेस पार्टी को नमस्ते कर सकते हैं.