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छिंदवाड़ा के इस गांव में 3 पीढ़ी से न बारात निकली और न ही आई, वजह बहुत ही चौंकाने वाली है

मध्य प्रदेश का एक गांव ऐसा है जहां 3 पीढ़ी से न तो बारात आई है और न ही बारात गई है.

Updated on: 16 May 2019, 02:51 PM

highlights

  • 3 पीढ़ी से गांव में न बारात आई और न गई.
  • गांव के अंदर ही शादियां होती हैं.
  • मूलभूत सुविधाएं न होने पर कोई गांव में शादी नहीं करता.

नई दिल्ली:

मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) का एक गांव ऐसा है जहां 3 पीढ़ी से न तो बारात आई है और न ही बारात गई है. यह जानकर आप हैरान तो होंगे, लेकिन इस गांव में यही हकीकत है और यही बदनसीबी है. बदनसीबी इसलिए क्योंकि इस गांव में कोई भी व्यक्ति अपनी बहन-बेटी की शादी कराना नहीं चाहता है. आलम ये है कि 3 पीढ़ी से इस गांव में शादियां बाहर के गांवों से नहीं हो रही हैं.

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अब आप यह भी सोच रहे होंगे कि आखिरी ऐसी कौन सी वजह है जिसके कारण इस गांव की तरह कोई जाना नहीं चाहता. दरअसल, मामला यह है की इस गांव कई सालों से विकास की राह देख रहा है. मूलभूत सुविधाएं के लिए तरस रहा है. इस गांव में सड़क, बिजली, पानी की सुविधा नहीं है. क्षेत्र में जरूरतमंद सुविधाएं नहीं होने से कोई अपनी लड़की देने के लिए तैयार नहीं है. जिसके चलते 3 पीढ़ी से गांव में ही शादी के लिए संबंध हो रहे हैं.

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ऐसा आलम तब है जब यह गांव मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamalnath) के गृह जिले छिंदवाड़ा में है. हम बता दें कि इस गांव का नाम झीरपानी गांव है, जो छिंदवाड़ा (Chhindwara) की तामिया विकासखंड के अंतर्गत आता है. क्षेत्र में हर साल पानी के लिए त्राहि त्राहि मचती है और क्षेत्र में सड़क, बिजली और पानी की सुविधा नहीं है. ऐसे में यहां जीवन यापन करना कितना मुश्किल है ये तो अब आपको पता ही चल गया होता.

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