logo-image

कमलानाथ को लेकर ऐसा क्‍या कह दिया प्रभात झा ने, जिस पर मचा है बवाल

मध्य प्रदेश में चुनाव की घोषणा होते ही राजनीति का पारा उछाल मार रहा है. विधानसभा चुनाव के सियासी रण में नेताओं के जुबानी हमले भी अब राजनीतिक मर्यादाओं की दहलीज पार करते नजर आ रहे है.

Updated on: 18 Oct 2018, 12:19 PM

भोपाल:

मध्य प्रदेश में चुनाव की घोषणा होते ही राजनीति का पारा उछाल मार रहा है. विधानसभा चुनाव के सियासी रण में नेताओं के जुबानी हमले भी अब राजनीतिक मर्यादाओं की दहलीज पार करते नजर आ रहे है. अब बीजेपी के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सांसद प्रभात झा ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ को लेकर विवादित टिप्पणी की है. उन्होंने गृह-मंत्रालय के पूर्व अंडर सेक्रेटरी आर.वी.एस.मणि की किताब में किये गए खुलासे का हवाला देकर कहा है कि कमलनाथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी @%!~ पीने को आतुर रहते हैं. 

यह भी पढ़ें : बीजेपी के 78 मौजूदा विधायकों के कट सकते हैं टिकट, शिवराज सिंह चौहान की बुधनी सीट भी खतरे में

प्रभात झा ने अपनी बात पर अडिग रहते हुए कहा कि मैंने वहीं कहा जो उस किताब में लिखा है . ये मैं नहीं बोल रहा ये वो किताब और ख़ुद आरवीएस मणि बोल रहें है . मैं चैलेंज करता हूं की इसे ग़लत साबित करके दिखाए .

जानें क्‍या है इस वीडियो में 

इस वीडियो में आरवीएस मनी ने दावा किया है कि कमलनाथ, जो उस वक़्त दो अन्य अधिकारियों के साथ आये थे तब कमलनाथ ने उनसे इस मामले के तथ्यों को बदलने का अनुरोध किया, लेकिन जब आरवीएस ने ऐसा करने से इनकार किया तो जवाब में कमलनाथ ने आरवीएस मणि को कहा  कि लोग राहुल गांधी का @%!~ के लिये तैयार हैं, आप इतना छोटा सा काम नहीं कर सकते हो". कमल नाथ द्वारा आरवीएस मणि को ऐसा कहने पर मणि ने उन्हें जवाब देते हुए कि बहार आप लोगों  को @%!~  पीने का स्वाद होगा, आप लोग पीजिये, मैं सच के साथ खड़ा हूं.

कांग्रेस प्रभात झा के खिलाफ करेगी चुनाव आयोग से शिकायत

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा ने बताया कि प्रभात झा के खिलाफ चुनाव आयोग को शिकायत करेगी. उन्‍होंने बताया कि अचार संहिता के दौरान झा कमलनाथ पर कोई पुराना वीडीयो लाकर तथ्यहीन आरोप अपने आफिशियल ट्विटर हैंडल से लगा रहे है, जिसकी कोई प्रामाणिकता नहीं है.वे कमलनाथ जी की छवि बिगाड़ने का झूठा प्रयास कर रहे है। उनका यह आचरण अमर्यादित है. व्यक्तिगत झूठे आरोप व छवि बिगाड़ना अचार संहिता के उल्लंघन की श्रेणी में आता है.