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मध्‍य प्रदेश चुनाव: बीजेपी को अब सहना ही पड़ेगा ' कांग्रेस का गुस्‍सा ', चुनाव आयोग ने दिया ये फैसला

मध्य प्रदेश में चुनाव प्रचार के बीच बीजेपी को अब 'कांग्रेस के गुस्‍से' को सहन करना ही पड़ेगा. इतना ही नहीं अब कांग्रेसी 'मामा गयो रे' बालेंगे तो उस पर भी पार्ट अपत्‍ति नहीं कर पाएगी.

Updated on: 07 Nov 2018, 09:15 AM

भोपाल:

मध्य प्रदेश में चुनाव प्रचार के बीच 'गुस्सा आता है' वाले कांग्रेस के विज्ञापन पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) द्वारा दर्ज कराई गई आपत्ति को चुनाव आयोग ने खारिज कर दिया है. बीजेपी ने आपत्‍ति दर्ज कराते हुए कही थी कि कांग्रेस ने सीधे तौर पर मुख्यमंत्री पर हमला किया है, जो आचार संहिता के खिलाफ है.

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कांग्रेस की मीडिया विभाग की प्रभारी शोभा ओझा ने कहा कि यह विज्ञापन राज्य की स्थिति को बयां करने वाला है. महिलाएं असुरक्षित हैं, किसान आत्महत्या कर रहा है, युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है, यही तो है इस विज्ञापन में. बीजेपी की शिकायत को आयोग ने खारिज कर दिया है.

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आयोग ने बीजेपी की आपत्ति को खारिज करते हुए कांग्रेस के विज्ञापनों, 'गुस्सा आता है' और 'मामा तो गयो रे' के प्रसारण की इजाज़त दे दी है. आयोग के फैसले के बाद अब ये दोनोंं विज्ञापन दिखाए जा सकेंगे. बीजेपी की आपत्ति के बाद कांग्रेस के इन विज्ञापनों पर आयोग ने रोक लगा दी थी. कांग्रेस ने आयोग के फैसले के खिलाफ मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी की अध्यक्षता वाली कमेटी में अपील की थी और अब कमेटी ने ये फैसला दिया है.

आयोग ने पहले कहा था कि वीडियो में व्यक्तिगत आरोप लगाने का काम हो रहा है. दिवाली के वीडियो विज्ञापन के प्री-सर्टिफिकेशन ना होने पर कांग्रेस भड़क उठी थी. उसका कहना था कि चुनाव आयोग, विज्ञापनों को मंज़ूरी देने में भेदभाव कर रहा है. कांग्रेस के मुताबिक, जिस विज्ञापन को आयोग ने पहले मंज़ूरी दी, उसे बाद में निरस्त करना कई सवाल खड़े करता है. दिवाली पर लोगों को शुभकामना देना तो परंपरा का हिस्सा है.