logo-image

Madhya pradesh : जानें हार के बाद किसने कहा, न हार में, न जीत में, किंचित नहीं भयभीत मैं, कर्तव्य पथ पर जो मिले, यह भी सही, वह भी सही

भोपाल में कांग्रेस पार्टी के नेता कमलनाथ, विवेक तंखा और ज्योतिरादित्य सिंधिया राजभवन पहुंचे हैं.

Updated on: 12 Dec 2018, 01:21 PM

नई दिल्ली:

मध्य प्रदेश की राज्यपाल को इस्तीफा सौंपने के बाद शिवराज सिंह चौहान ने कहा, "अब मैं मुक्त हूं, आय एम फ्री... मैं अपना इस्तीफा माननीय राज्यपाल को सौंप दिया है. हार की ज़िम्मेदारी सिर्फ मेरी है. मैंने कमलनाथ जी को बधाई दी है." शिवराज सिंह चौहान ने शायराना अंदाज़ में कहा, "न हार में, न जीत में, किंचित नहीं भयभीत मैं.. कर्तव्य पथ पर जो मिले, यह भी सही, वह भी सही..."

यह भी पढ़ें- MP Result 2018: मध्‍य प्रदेश में कांग्रेस को BSP का समर्थन, सरकार बनाने का रास्‍ता साफ

बता दें कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने का रास्ता साफ हो गया है. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कांग्रेस पार्टी को सरकार बनाने का न्यौता भेज दिया है. इससे पहले बीएसपी सुप्रीम मायावती ने कांग्रेस पार्टी को समर्थन का ऐलान किया था. मायावती की प्रेस कांफ्रेंस के तुरंत बाद गवर्नर हाउस की ओर से यह न्योता भेजा गया. भोपाल में कांग्रेस पार्टी के नेता कमलनाथ, विवेक तंखा और ज्योतिरादित्य सिंधिया राजभवन पहुंचे हैं. दिग्विजय सिंह भी मौजूद हैं. बताया जा रहा है कि ये लोग सरकार बनाने का दावा करेंगे. कांग्रेस कार्यालय में सुरक्षा बढ़ाई गई है. मध्य प्रदेश में अब सरकार स्पष्ट है की कांग्रेस की सरकार बन रही है. लिहाज़ा कांग्रेस कार्यालय में पुलिस बल बढ़ा दिया गया है. आज दोपहर 4 बजे विधायक दल की बैठक भी है.

वहीं मध्य प्रदेश और राजस्थान विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर निकली कांग्रेस को सरकार गठन के लिए बहुजन समाज पार्टी (BSP) ने नाराजगी के बावजूद समर्थन दिया है. बसपा सुप्रीमो मायावती ने कांग्रेस को मध्य प्रदेश और राजस्थान दोनों जगहों पर समर्थन देने का ऐलान किया. हालांकि उन्होंने बीजेपी और कांग्रेस दोनों पार्टियों पर निशाना साधा. मायावती ने बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि बीजेपी राज्य में गलत नीतियों के कारण हारी है और कांग्रेस को नहीं चाहते हुए भी जनता ने चुना है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस जीत को 2019 के लोकसभा चुनाव में भुनाएगी. कांग्रेस के राज में अनुसूचित जातियों और पिछड़ों के लिए कुछ भी नहीं हुआ और इसी कारण बीएसपी बनानी पड़ी. उन्होंने कहा कि बीजेपी भी जातिवादी और हीन राजनीति करती है.