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मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में किस नेता के चुनाव प्रचार का होगा ज्यादा असर #NNOpinionPoll

2019 लोकसभा चुनाव से पहले पांच राज्यों में होने वाला विधानसभा चुनाव मोदी सरकार का लिटमस टेस्ट माना जा रहा है.

Updated on: 12 Oct 2018, 01:48 PM

नई दिल्ली:

2019 लोकसभा चुनाव से पहले पांच राज्यों में होने वाला विधानसभा चुनाव मोदी सरकार का लिटमस टेस्ट माना जा रहा है. ख़ासकर मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान चुनाव लोकसभा चुनाव में आम लोगों का मूड माना जा रहा है. हालांकि यह अलग बात है कि विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में वोट करने के लिए लोगों के पास मुद्दे और मानक अलग होते हैं.

बीजेपी किसी भी राज्य के चुनाव को हल्के में नहीं लेना चाहेगी. ज़ाहिर है इसीलिए मध्यप्रदेश चुनाव प्रचार की ज़िम्मेदारी पीएम मोदी, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्य के मुखिया शिवराज सिंह के ऊपर है. वहीं कांग्रेस भी लोकसभा से पहले इसे सत्ता का सेमीफाइनल मानकर प्रचार मैदान में कूद चूकी है. कांग्रेस की तरफ से राहुल गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसे बड़े नेता चुनाव प्रचार करते नज़र आ रहे हैं. ऐसे में सवाल यह उठता है कि आम लोगों को इनमें से कौन सा चेहरा पसंद आएगा.   

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में किस नेता के चुनाव प्रचार का ज्यादा असर होगा  ?                
नरेन्द्र मोदी- 40 प्रतिशत        
शिवराज सिंह चौहान- 15 प्रतिशत        
अमित शाह- 3 प्रतिशत        
राहुल गांधी- 12 प्रतिशत        
ज्योतिरादित्य सिधिया- 23 प्रतिशत        
कह नहीं सकते- 10 प्रतिशत    

बता दें कि मध्य प्रदेश में कुल 230 विधानसभा सीट है. साल 2013 विधानसभा में यहां बीजेपी को कुल 165 सीटों पर जीत हासिल हुई थी जबकि कांग्रेस को मात्र 58 सीटों से संतोष करना पड़ा था. इसके अलावा अन्य को 3 सीट और बीएसपी (बहुजन समाज पार्टी) को 4 सीटों पर विजय मिली थी. बता दें कि मध्य प्रदेश की 230 और मिजोरम की 40 विधानसभा सीटों के लिये एक ही चरण में 28 नवंबर को मतदान होगा. इसके लिये दो नवंबर को अधिसूचना जारी की जायेगी.

नामांकन की अंतिम तारीख नौ नवंबर, नामांकन पत्रों की जांच 12 नवंबर और नामांकन पत्र वापसी की अंतिम तारीख 14 नवंबर तय की गयी है. यहां भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सत्ता में है. शिवराज सिंह चौहान 30 नवंबर 2005 के बाद से अब तक तीन बार बीजेपी के नेतृत्व में मुख्यमंत्री बन चुके हैं.