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टिकट घोषणा से पहले ही पूर्व सीएम बाबूलाल गौर ने खरीदा नामांकन पत्र, गोविंदपुरा से ही लड़ेंगे चुनाव

मध्‍य प्रदेश के पूर्व मुख्‍यमंत्री बाबूलाल गौर गोविंदपुरा से फिर ताल ठोकने को तैयार हैं. उन्‍होंने मंगलवार को गोविंदपुरा सीट से नामांकन फॉर्म खरीदा, वहीं कृष्णा गौर ने भी एक नामांकन पत्र खरीदा है. बता दें बीजेपी के इस वरिष्‍ठ नेता को टिकट पाने की आस है.

Updated on: 06 Nov 2018, 12:04 PM

भोपाल:

मध्‍य प्रदेश के पूर्व मुख्‍यमंत्री बाबूलाल गौर गोविंदपुरा से फिर ताल ठोकने को तैयार हैं. उन्‍होंने गोविंदपुरा सीट से नामांकन फॉर्म खरीदा, वहीं कृष्णा गौर ने भी एक नामांकन पत्र खरीदा है. बता दें बीजेपी के इस वरिष्‍ठ नेता को टिकट पाने की आस है. उनकी इस उम्‍मीद के पीछे बड़ी वजह हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. गौर ने एक निजी चैनल से बातचीत में बताया है कि मोदी जी ने उनसे कहा है,"बाबूलाल गौर, एक बार और."

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अटकलें लगाई जा रहीं थी कि बीजेपी से टिकट नहीं मिलने की सूरत में बाबूलाल गौर निर्दलीय चुनाव लड़ सकते हैं, लेकिन इन कयासों के बीच गौर ने दावा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि पार्टी उन्हें टिकट जरूर देगी. उन्‍होंने तो यहां तक कह दिया कि उन्हें खुद पीएम मोदी ने भरोसा दिलाया है कि वह कमल के फूल चुनाव चिन्‍ह से ही मैदान में उतरेंगे. बीजेपी की सबसे सुरक्षित माने जाने वाली सीट पर बाबूलाल 10 बार से विधायक हैं. 

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बाबूलाल गौर के अपने दावे हैं लेकिन बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह की मानें तो पीएम मोदी ऐसा भरोसा किसी को नहीं देते. बाबूलाल की बहू का भी निर्दलीय चुनाव लड़ने के कयास लगाए जा रहे थे हालांकि उन्होंने भी अपने ससुर की हां में हां मिलाते हुए इन सारी अटकलों को विराम दे दिया. उम्र के इस पड़ाव पर भी बाबूलाल गौर ने बीजेपी से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है. देखना होगा कि बीजेपी गोविंदपुरा सीट पर उम्मीदवार का फैसला कब करती है और बाबूलाल के दावे कितना सच हो पाते हैं. कांग्रेस भी बीजेपी में जारी इस उठापटक पर नजरें गड़ाए हुए है.