logo-image

ब्रेकफास्ट पर ज्यादा खर्च करने लगे हैं भारतीय, डाइनिंग इंडस्ट्री में 56 फीसदी की वृद्धि

ब्रेकफास्ट के कारण भारतीय डाइनिंग इंडस्ट्री में वृद्धि हुई है।

Updated on: 15 Oct 2017, 01:54 PM

नई दिल्ली:

ब्रेकफास्ट के कारण भारतीय डाइनिंग इंडस्ट्री में वृद्धि हुई है। अमेरिकन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट 'बिजनस इनसाइट्स ऑन डाइनिंग इंडस्ट्री' के मुताबिक सुबह के नाश्ते पर किया जाने वाले भारतीयों के कुल खर्चे में 2015 की तुलना में 2016 में 56 फीसदी की वृद्धि हुई है।

रिपोर्ट के मुताबिक भारत की डाइनिंग इंडस्ट्री में ब्रेकफस्ट सबसे तेजी से बढ़ती कैटिगरी बन गया है। सुबह का नाश्ता हमारी सेहत के लिए बहुत जरूरी होता है। इस बात को भारतीय भी अब गंभीरता से लेने लगे है।

बेंगलुरू में कई कामकाजी, जॉगिंग-जिम जाने वाले और युवाओं के कारण रेस्त्रां काफी भरे रहते हैं। मंकी बार चेन के शेफ मनु चंद्रा ने कहा,' 'कल्पना कर के देखिए सुबह के 9 बजे रेस्त्रां पूरी तरह से भरा है।'

भारतीय रेस्त्रां में ऑमलेट से लेकर कई नॉन वेजीटेरियन विकल्प मौजूद होते हैं। वहीं वेज में इडली, डोसा, पूरी-सब्जी, छोले-भटूरे के अलावा अब पैनकेक और वैफल्स भी लोगों के नाश्ते का हिस्सा बन रहे हैं।

रिपोर्ट में बेंगलुरू का उदाहरण देते हुए बताया कि पिछले साल की तुलना में 2016 में क्विक सर्विस रेस्ट्रोरेंट और टेकअवे में 67 फीसदी की वृद्धि हुई है। वहीं दिल्ली-एनसीआर में यह वृद्धि 44 फीसदी और मुंबई में 63 फीसदी रही।

इसे भी पढ़ें: वीकेंड पर लें रेस्ट्रोंरेट जैसे पनीर 65 क्यूसाडिला का मजा, पढ़ें रेसिपी

अमेरिकन एक्सप्रेस इंडिया के सीईओ मनोज अधलखा ने बताया, 'क्विक सर्विस रेस्ट्रॉन्ट्स जैसे सेगमेंट्स तेजी से बढ़ रहे हैं क्योंकि बाहर खाना सुविधा का मामला बन गया है। लेकिन फाइन डाइनिंग आगे ही रहेगा।' फाइन डाइनिंग और कैजुअल डाइनिंग में दिल्ली-एनसीआर सबसे आगे है।

रिपोर्ट के मुताबिक नाश्ते की होम डिलिवरी भी तेजी से आगे बढ़ रही है। नाश्ते की आदतों में भूगोल का भी बड़ा असर है।

इसे भी पढ़ें: फूड स्ट्रीट का ब्रांड एंबेसडर बने संजीव कपूर, 3 नवंबर को आयोजित होगा WFI