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Kumbh Mela 2019 : कुंभ नहाने जा रहे हैं तो जानें कैसे पहुंचें और क्या- क्या हैं साधन

वर्ष 2019 में आयोजित होने वाले प्रयाग में अर्द्ध कुंभ मेले का आयोजन होने वाला है. तो अगर आप भी इस बार धर्मनगरी प्रयागराज में हो रहे कुंभ मेले में पहुंचकर भक्ति भाव के रस में डूबना चाहते हैं. तो आइए हम आपकी यात्रा को और आसान बनाते हैं.. और आप

Updated on: 18 Dec 2018, 03:50 PM

नई दिल्ली:

देश में कुंभ मेले का आयोजन बहुत प्रचीन समय से हो रहा है. कुंभ मेले का आयोजन चार जगहों हरिद्वार, प्रयागराज(प्रयाग), नासिक और उज्जैन में किया जाता है. शास्त्रों के अनुसार इन चार विशेष स्थानो पर जिन पर कुंभ मेले का आयोजन होता है. नासिक में गोदावरी नदी के तट पर, उज्जैन में क्षिप्रा नदी के तट पर, हरिद्वार और प्रयाग में गंगा नदी के तट पर. सबसे बड़ा मेला कुंभ 12 वर्षो के अन्तराल में लगता है और 6 वर्षो के अन्तराल में अर्द्ध कुंभ के नाम से मेले का आयोजन होता है. वर्ष 2019 में आयोजित होने वाले प्रयाग में अर्द्ध कुंभ मेले का आयोजन होने वाला है. तो अगर आप भी इस बार धर्मनगरी प्रयागराज में हो रहे कुंभ मेले में पहुंचकर भक्ति भाव के रस में डूबना चाहते हैं. तो आइए हम आपकी यात्रा को और आसान बनाते हैं.. और आपको बतातें हैं कि कैसे आप यहां तक पहुचें और फिर कहां ठहरें.

आपको बता दें कि कुंभ मेला पर्व 2019 में जनवरी से मार्च तथा प्रयागराज में आयोजित किया जायेगा. प्रयागराज भारत का एक महत्वपूर्ण धार्मिक, शैक्षणिक एवं प्रशासनिक केन्द्र रहा है, प्रयागराज वायु, रेल एवं सड़क मार्ग के द्वारा भारत के सभी बड़े शहरों से जुडा है.

ट्रेन से भी पहुंच सकते हैं

ट्रेन का सफर तो हमेशा से ही हम भारतीयों को भाता रहा है. वो 'चाय-चाय' कहने वाले बैंडर से चाय खरीदकर खिड़की से बाहर देखते हुए चाय की चुस्की लेना तो एक असग मजा है. साथ ही अगर ट्रेन में यात्रा के दौरान आपके अपने साथ हैं तो बस अलग-अलग स्टेशन से खाने की चटपटी चीजों के साथ अपनों से बाते करते कब आप अपनी मंजिल तक पहुंच जाते हैं मालूम ही नहीं चलता. लेकिन अगर आपने समय रहते अपनी सीट बुक नहीं कराई तो परेशानी हो सकती है. इसलिए आप जल्द से जल्ज अपनी सीट बुक कराएं. आपको बता दें इलाहाबाद शहर भारतीय रेल तंत्र के माध्यम से भारत के सभी शहरों से अच्छी तरह सम्बद्ध है. इलाहाबाद में एवं इसके चारों ओर निम्नवत् सूचीबद्ध 10 रेलवे स्टेशन है

  1. इलाहाबाद छिवकी (ए०सी०ओ०आई०)
  2. नैनी जंक्शन (एन०वाई०एन०)
  3. इलाहाबाद जंक्शन (ए०एल०डी०)
  4. फाफामऊ जंक्शन (पी०एफ०एम०)
  5. सूबेदारगंज (एस०एफ०जी०)
  6. इलाहाबाद सिटी (ए०एल०वाई०)
  7. दारागंज (डी०आर०जी०जे०) .
  8. झूसी (जे०आई०)
  9. प्रयाग घाट (पी०वाई०जी०)
  10. प्रयाग जंक्शन (पी०आर०जी०)

सभी गंतव्य स्थानों से रेल मार्ग सुलभ है और उनसे सम्बन्धित बुकिंग आई०आर०सी०टी०सी० बेवसाइट irctc.co.in एवं रेलकुम्भ ऐप (विशेष रेल) से की जा सकेगी.

सड़क मार्ग से भी पहुंच सकते हैं-
प्रयागराज शहर सड़क परिवहन हेतु राष्ट्रीय एवं राज्य राजमार्ग तंत्र से अच्छी तरह सम्बद्ध है. राज्य संचालित बसें सम्पूर्ण देश में कई बड़े स्थानों से उपलब्ध हैं. मार्ग उपलब्ध हैं और यूपी०एस०आर०टी०सी० (उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम) से बुकिंग की जा सकती है. देखें (उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन निगम) कई निजी संचालकगण भी बड़े शहरों से मार्गों पर निजी बसों का संचालन करते हैं. इसके द्वारा मार्ग और अनुसूचियों तक पहुंचा जा सकता है और प्राइवेट एग्रीगेटर बेवसाइट यथा वन स्टॉप ट्रैवेल सॉल्यूशन , मेक माई ट्रिप , यात्रा, रेड बस से भी आप पहुंच सकते हैं.

हवाई जहाज से पहुंचें-
प्रयागराज एयरपोर्ट बमरौली में शहर के केन्द्र से 12 कि०मी० दूर स्थित है. यह शहर को नीचे सूचीबद्ध महत्वपूर्ण स्थानों से सम्बद्ध करती है.नीचे सूचीबद्ध किये गये वायु मार्ग प्रस्तावित हैं और शीघ्र आरंभ होंगे. उड़ानें निकट के शहरों वाराणसी (अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट, प्रयागराज से 130 कि०मी० दूर) लखनऊ (अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट, प्रयागराज से 200 कि०मी० दूर) और कानपुर (घरेलू एयरपोर्ट, प्रयागराज से 200 कि०मी० दूर) से भी बुक की जा सकेंगी.

प्रयागराज एयरपोर्ट बमरौली में शहर के केन्द्र से 12 कि०मी० दूर स्थित है. यह शहर को नीचे सूचीबद्ध महत्वपूर्ण स्थानों से सम्बद्ध करती है

नीचे सूचीबद्ध किये गये वायु मार्ग प्रस्तावित हैं और शीघ्र आरंभ होंगे

उड़ानें निकट के शहरों वाराणसी (अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट, प्रयागराज से 130 कि०मी० दूर) लखनऊ (अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट, प्रयागराज से 200 कि०मी० दूर) और कानपुर (घरेलू एयरपोर्ट, प्रयागराज से 200 कि०मी० दूर) से भी बुक की जा सकेंगी.


यहां ठहर सकते हैं
सम्पूर्ण देश में प्रयागराज तीर्थयात्रा पर्यटन के सबसे बड़े गंतव्य स्थानों में से एक हैं. प्रयागराज के नागरिकों के मध्य एक प्रवृत्ति है कि कुंभ एवं महाकुंभ के दौरान वे अपने घरों के अप्रयुक्त कमरों को तीर्थयात्री पर्यटकगण को किराये पर दे देते हैं. यह शहर में रूकने के लिये एक अधिक संदेय विकल्प हो सकता है. इनके अतिरिक्त, प्रयागराज चूंकि पर्यटन एवं व्यवसाय के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल है, यहां शुल्क पर कई होटल और विश्रामालय उपलब्ध हैं. वहीं उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कुंभ में लोगों को पर्व से जुड़ी जानकारी के देने के लिए एक वेबसाइट पर बहुत सी सूचनाएं प्रदान है. जहां से आप अपने ठहरने की व्यवस्था कर सकते है.

सम्पूर्ण देश में प्रयागराज तीर्थयात्रा पर्यटन के सबसे बड़े गंतव्य स्थानों में से एक हैं. प्रयागराज के नागरिकों के मध्य एक प्रवृत्ति है कि कुंभ एवं महाकुंभ के दौरान वे अपने घरों के अप्रयुक्त कमरों को तीर्थयात्री पर्यटकगण को किराये पर दे देते हैं. यह शहर में रूकने के लिये एक अधिक संदेय विकल्प हो सकता है. इनके अतिरिक्त, प्रयागराज चूंकि पर्यटन एवं व्यवसाय के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल है, यहां शुल्क पर कई होटल और विश्रामालय उपलब्ध हैं. वहीं उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कुंभ में लोगों को पर्व से जुड़ी जानकारी के देने के लिए एक वेबसाइट पर बहुत सी सूचनाएं प्रदान है. जहां से आप अपने ठहरने की व्यवस्था कर सकते है. अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.