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Kumbh mela 2019 : योगी सरकार के इस फैसले से अब कुंभ मेले में श्रद्धालुओं को हो सकेंगे सरस्वती के दर्शन

खबर के मुताबिक संगम किनारे स्थित अकबर के किले में अक्षयवट के दर्शन श्रद्धालुओं के लिए खोलने के साथ ही वहां मां सरस्वती की प्रतिमा लगाने का फैसला हुआ है.

Updated on: 29 Dec 2018, 03:25 PM

नई दिल्ली:

कुंभ 2019 की तैयारियों में पुर जौर से जुटी योगी सरकार इस महाआयोजन के बहाने सियासी दाव भी साधने में लगी है. खबर के मुताबिक संगम किनारे स्थित अकबर के किले में अक्षयवट के दर्शन श्रद्धालुओं के लिए खोलने के साथ ही वहां मां सरस्वती की प्रतिमा लगाने का फैसला हुआ है. हालांकि इन सबके बीच श्रद्धालुओं की सुविधा और उनकी धार्मिक मान्यताओं का भी खासा ध्यान रखा जाएगा.

बता दें कि यह किला अभी सेना के कब्जे में है इसलिए प्रतिमा स्थापित करने के लिए मेला प्रशासन ने जिला प्रशासन से सहमति भी ले ली है.

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सेना से मिली अनुमति

गौरतलब है कि प्रयाग कुंभ गंगा -यमुना और अद्शय सरस्वती के तट पर होता है. पौराणिक रूप से मान्यता है कि अद्दशय सरस्वती का संगम प्रयाग में गंगा और यमुना से होता है. गंगा और यमुना का प्रत्यक्ष दर्शन हो जाता है लेकिन सरस्वती अद्दशय है. इसी क्रम में अब कुंभ आने वाले तीर्थयात्रियों को मां सरस्वती के दर्शन कराने के लिए उनकी प्रतिमा स्थापित की जाएगी. जानकारी के अनुसार किले में सरस्वती कूप के पास 12 फीट उंची प्रतिमा लगेगी. 14 जनवरी से कुंभ 2019 की शुरूआत होनी है ऐसे में प्रतिमा स्थापना का काम इससे पहले ही पूरा हो जाना है. गौरतलब है कि सेना की अनुमति के बाद पहली बार ऐसा हो रहा है कि कुंभ के दौरान भक्त अक्षयवट का भी दर्शन कर सकेंगे.