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जम्मू-कश्मीर: एलओसी पर सीजफायर के दौरान लोगों को सुरक्षा देने के लिए बंकर बना रही केंद्र सरकार

भारत सरकार सीमा पार से नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर होने वाली गोली-बारी से स्थानीय लोगों को सुरक्षा देने के लिए सामुदायिक बंकरो का निर्माण कर रही है।

Updated on: 06 Aug 2018, 01:48 PM

नई दिल्ली:

भारत सरकार सीमा पार से नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर होने वाली गोली-बारी से स्थानीय लोगों को सुरक्षा देने के लिए सामुदायिक बंकरो का निर्माण कर रही है।

इस पहल का मकसद लोगों को सुरक्षा देने के साथ-साथ यह सुनिश्चित करना भी है कि सीमा के आस-पास के इलाकों में दैनिक जीवन और बच्चों की शिक्षा बाधित न हो।

राजौरी जिला विकास आयुक्त मोहम्मद अजाज असद ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि, 'राजौरी में कुछ बंकरों का निर्माण हो चुका है और बाकी का काम भी जल्द पूरा कर लिया जाएगा। स्कूल की सुविधा बच्चों को इन्हीं बंकरों में दी जाएगी, ताकि बच्चों का समय बरबाद न हो और वह समय पर अपनी स्कूली शिक्षा पूरी कर सकें।'

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उन्होंने बताया कि, 'राजौरी में 102 बंकरों का काम पूरा कर लिया गया है। इससे स्थानीय लोगों को युद्धविराम उल्लंघन के दौरान काफी राहत मिलेगी।'

स्थानीय निवासी शुभम चौधरी ने केंद्र सरकार के इस कदम की सराहना करते हुए कहा, 'यह सरकार द्वारा उठाई गई एक बहुत अच्छी पहल है। जब भी गोलीबारी होती है, लोग बंकरों में आश्रय लेते हैं। सरकार हर घर में एक बंकर बना कर इनकी संख्या बढ़ा रही है।'

वहीं दूसरे स्थानीय निवासी यश पाल कहते है कि वह सरकार के इस फैसले से संतुष्ट है। उन्होंने कहा कि, 'अचानक फायरिंग के दौरान बंकर हमें बहुत मदद कर रहा है। साथ ही हमने अपनी सुविधा के लिए इन बंकरों में बल्ब और पंखें भी लगा लिए हैं। मैं सरकार के इस फैसले की सराहना करता हूं।'

इस साल पाकिस्तान की ओर से 1,252 बार युद्धविराम का उल्लंघन हुआ। यह देखते हुए गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा से लगने वाले इलाकों में बंकरों का निर्माण कार्य तेजी से खत्म करने को कहा था।

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गृह मंत्रालय की और से कठुआ, सांबा, जम्मू, राजौरी और पूंछ जिलों में 14,000 बंकर बनाने के लिए 415 करोड़ रुपये के बजट को मंजूरी भी दी गई है।