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ISL : सिर्फ दो सीजन में सबसे ज्यादा गोल करने का रिकॉर्ड बना चुके हैं कोरोमिनास

कोरो ने आईएसएल में सिर्फ गोल नहीं किए हैं बल्कि अपने साथियों को गोल करने में मदद भी की है. उसके नाम सात एसिस्ट हैं और इस मामले में वह दूसरे स्थान पर हैं.

Updated on: 13 Mar 2019, 07:30 PM

मुंबई:

फेरान कोरोमिनास को हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) में सबसे अधिक गोल करने का रिकॉर्ड अपने नाम करने में सिर्फ दो सीजन लगे. एफसी गोवा के इस स्पेनिश स्ट्राइकर के नाम अब तक 34 गोल दर्ज हो चुके हैं और उनका दूसरा सीजन अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है. पहले सीजन में कोरो ने 18 गोल किए. इस सीजन में वह अब तक 16 गोल दाग चुके हैं. अगर सुनील छेत्री ने पांचवें सीजन के फाइनल में आश्चर्यजनक रूप से नौ गोल नहीं दाग दिए तो कोरो को लगातार दूसरे साल गोल्डन बूट मिलना तय है. 36 साल के एक खिलाड़ी के लिए यह कोई मामूली उपलब्धि नहीं है. सीजन की शुरुआत में लोगों को लगा कि क्या कोरो बीते सीजन की तरह आग उगल पाएंगे क्योंकि इस सीजन में उनके साथ मैनुएल लेंजारोते नहीं थे. इस सीजन में लैंजारोते ने एटीके का दामन थामा लेकिन इससे कोरो के गोल करने की रफ्तार पर लगाम नहीं लगी.

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कोरो ने इस सीजन की शुरुआत में कहा था, "गोल कई स्रोतों से आते हैं. यह सिर्फ एक जोड़ी पर निर्भर नहीं रहते. टीम की सबसे बड़ी ताकत यह होती है कि यह एक टीम है और हम किसी एक खिलाड़ी पर निर्भर नहीं होते." लगातार दो सीजन से सर्जियो लोबेरा की टीम ने आईएसएल की हर एक टीम को दोयम साबित किया है और इस दौरान कोरो उसकी आक्रमण पंक्ति के ध्वजवाहक रहे हैं. कोरो मैदान पर गोल मारने से लेकर अपने साथियों के लिए मूव बनाने से लेकर उनका हौसला बढ़ाने तक सबकुछ करते हैं. लोबेरा ने कहा, "वह बहुत अच्छे खिलाड़ी हैं. उनके अंदर गुणवत्ता है. मैंने कई बेहतरीन खिलाड़ियों के साथ काम किया है और वह उनमें से ही एक हैं."

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कोरो ने आईएसएल में सिर्फ गोल नहीं किए हैं बल्कि अपने साथियों को गोल करने में मदद भी की है. उसके नाम सात एसिस्ट हैं और इस मामले में वह दूसरे स्थान पर हैं. दोनों पैरों से खेल सकने में माहिर कोरो के पास मैदान में अपने लिए जगह ढूंढने और किसी भी डिफेंस को छकाने की काबिलियत है. यही कारण है कि उन्हें फाक्स इन द बाक्स कहा जाता है. वह चपल और चतुर हैं और मैदान के किसी भी कोने से गेंद लेकर विपक्षी टीम के बाक्स में घुसने की क्षमता रखते हैं. इस स्पेनिश खिलाड़ी ने अब तक दो गोल्डन बूट पुरस्कार अपने नाम कर लिया है लेकिन अभी तक उनके पास आईएसएल ट्रॉफी नहीं आई है. इस साल गोवा फाइनल में पहुंच चुका है और वह इतिहास बनाने की कगार पर है और इस मुहिम में कोरो की अहम भूमिका होगी. वह हर हाल में इस साल गोल्डन बूट और आईएसएल ट्राफी अपने नाम करना चाहेंगे.