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IPL12, RR vs CSK: नो बॉल विवाद पर धोनी के समर्थन में आए कोच स्टीफन फ्लेमिंग, जानें क्या कहा

राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals) के खिलाफ गुरुवार की रात आईपीएल (IPL) मैच में नो-बॉल पर एक फैसले को लेकर एम एस धोनी (MS Dhoni) डगआउट से निकलकर अंपायर उल्हास गांधे से बहस करने लगे.

Updated on: 12 Apr 2019, 04:28 PM

नई दिल्ली:

राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals) के खिलाफ गुरुवार को चार विकेट से जीत दर्ज करने के बाद चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai Super Kings) के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) ने कहा कि उनकी टीम मैच के दौरान की गई गलतियों से बहुत कुछ सीख सकती है. वहीं चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai Super Kings) के कोच स्टीफन फ्लेमिंग (Stephen Fleming) ने स्वीकार किया कि नो बाल को लेकर अंपायर से उलझने के लिए महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) से सवाल पूछे जाएंगे लेकिन कप्तान का बचाव करते हुए कहा कि वह बस स्पष्टीकरण मांग रहे थे.

राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals) के खिलाफ गुरुवार की रात आईपीएल (IPL) मैच में नो-बॉल पर एक फैसले को लेकर एम एस धोनी (MS Dhoni) डगआउट से निकलकर अंपायर उल्हास गांधे से बहस करने लगे.

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स्टीफन फ्लेमिंग (Stephen Fleming) ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘वह उस फैसले से नाराज थे कि नो-बॉल देकर उसे वापिस क्यो लिया गया. वह स्पष्टीकरण चाहते थे. आम तौर पर वह ऐसा नहीं करते हैं और मुझे पता है कि आने वाले समय में उनसे यह सवाल बार-बार पूछा जाएगा.’

गौरतलब है कि चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai Super Kings) के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) पर अंपायरों के साथ किए गए इस व्यवहार को देखते हुए जुर्माना लगाया गया है जिसके तहत उनकी मैच फीस का 50 फीसदी हिस्सा काट लिया गया है. एम एस धोनी (MS Dhoni) पर आईपीएल (IPL) की आचार संहिता के स्तर 2 के अपराध 2.20 के तहत कार्रवाई की गई जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया है और अपने ऊपर लगाए गए जुर्माने को भी मान लिया है. 

स्टीफन फ्लेमिंग (Stephen Fleming) ने कहा, ‘कुछ गलतफहमी हो गई थी. हमें लगा कि गेंदबाज के छोर पर अंपायर ने नो-बॉल कहा है. यह गलतफहमी बनी रही कि नो-बॉल थी या नहीं.’

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उन्होंने कहा, ‘एमएस स्पष्टीकरण चाहते थे जो मिल नहीं रहा था इसलिए वह जाकर अंपायर से बात करने लगे. मैं नहीं कह सकता कि यह सही था या नहीं . लेकिन फैसले को लेकर गलतफहमी भी सही नहीं थी.’