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IPL 2018: दो धुरंधर टीमों के बीच फाइनल की जंग, हैदराबाद-चेन्नई आमने-सामने

इस मैच में हारने वाली टीम को हालांकि फाइनल में पहुंचने का एक और मौका मिलेगा। हारने वाली टीम दूसरे क्वालीफायर में एलिमिनेटर मैच की विजेता से भिड़ेगी।

Updated on: 21 May 2018, 04:38 PM

नई दिल्ली:

इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 11वें संस्करण में अपने बेहतरीन प्रदर्शन से प्लेऑफ में जगह बनाने वाली दो बार की पूर्व विजेता चेन्नई सुपर किंग्स और एक बार खिताब अपने नाम करने वाली सनराइजर्स हैदराबाद पहले क्वालीफायर में मंगलवार को वानखेड़े स्टेडियम में फाइनल में पहुंचने की जद्दोजहद करेंगी। इस मैच में हारने वाली टीम को हालांकि फाइनल में पहुंचने का एक और मौका मिलेगा। हारने वाली टीम दूसरे क्वालीफायर में एलिमिनेटर मैच की विजेता से भिड़ेगी।

चेन्नई ने इस सीजन में दो साल बाद वापसी की है। महेंद्र सिंह धौनी की कप्तानी वाली यह टीम अपने प्लेऑफ में जाने के सिलसिले को कायम रखने में कामयाब रही है। आईपीएल में यह चेन्नई का नौवां सीजन है और सभी बार वह प्लेऑफ में जगह बनाने में सफल रही है जबकि चार बार फाइनल में पहुंची है और दो बार खिताब जीता है।

चेन्नई ने पूरे सीजन में अपनी ख्याति के अनुसार ही प्रदर्शन किया है। वह जिस तरह से खेल रही है उससे वो खिताब की प्रबल दावेदारों में से एक है, लेकिन हैदराबाद भी किसी भी कीमत पर चेन्नई से कम नहीं है और पूरे सीजन में वह दूसरी टीमों के लिए सिरदर्द ही रही है।

ऐसे में दोनों टीमों को एक-दूसरे से सावधान रहने की जरूरत है। हालांकि अगर इस सीजन में दोनों टीमों के बीच हुए मुकाबलों के परिणाम देखे जाएं तो दोनों टीमों के बीच दो मैच हुए हैं और दोनों मैचों में चेन्नई ने बाजी मारी है। पहला मैच 22 अप्रैल को हैदराबाद में हुआ था जहां चेन्नई को चार रनों से जीत मिली थी। दूसरा मैच पुणे में 13 मई को हुआ था और यहां भी चेन्नई आठ विकेट से जीत दर्ज करने में सफल रही थी।

चेन्नई की टीम की खासियत यह है कि वह संतुलित टीम है। उसके गेंदबाजों से लेकर बल्लेबाज भी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। साथ ही एक फील्डिंग ईकाई के तौर पर यह टीम काफी आगे है।

बल्लेबाजी में अंबाती रायुडू इस सीजन में चेन्नई के लिए सबसे सफल बल्लेबाज रहे हैं। उन्होंने सीजन में एक शतक भी जड़ा है। रायुडू के बारे में अच्छी बात यह है कि वह सलामी बल्लेबाजी से लेकर मध्यक्रम और जहां तक निचलेक्रम में भी बल्लेबाजी कर सकते हैं। इस सीजन में उन्होंने ऐसा किया है। रायुडू के साथ शेन वाटसन पारी की शुरुआत करने आते हैं। यह जोड़ी अधिकतर मैचों में टीम को बेहतरीन शुरुआत देने में कामयाब रही है।

धौनी ने पंजाब के खिलाफ खेले गए आखिरी लीग मैच में वाटसन को आराम दिया था। मध्यमक्रम में सुरेश रैना का बल्ला भी चल रहा है। एक अनुभवी खिलाड़ी होने के नाते रैना इस सीजन में शीट एंकर के रोल में ज्यादा दिखे हैं। पिछले मैच में उन्होंने बेहतरीन अर्धशतकीय पारी खेली थी। कप्तान ने भी इस सीजन में बल्ले से अपना पुराना रूप दिखाया है और अहम मौकों पर टीम के लिए रन किए हैं। निचले क्रम में ड्वायन ब्रावो के रहते हुए धौनी निश्चिंत हैं।

बल्लेबाजी में अगर चेन्नई की शुरुआत खराब रहती है तो वह बड़े स्कोर तक पहुंचने के लिए संघर्ष करती दिखी है। हैदराबाद ने बेशक इस बात को नोटिस किया। वहीं हैदराबाद की गेंदबाजी को देखते हुए चेन्नई के बल्लेबाज भी सतर्क रहेंगे।

गेंदबाजी में धौनी शायद ही कोई बदलाव करें। तेज गेंदबाजी में शार्दूल ठाकुर, दीपक चहर और लुंगी नगिदी ने टीम की कमान को अच्छे से संभाले रखा है। वहीं स्पिन में रवींद्र जडेजा और हरभजन सिंह जैसे अनुभवी स्पिनर उनके पास है।

वहीं हैदराबाद की बात की जाए तो उसकी ताकत गेंदबाजी है। भुवनेश्वर कुमार, राशिद खान, शाकिब अल हसन, सिद्धार्थ कौल और संदीप शर्मा किसी भी तरह के बल्लेबाजी आक्रमण को शांत रखने का माद्दा रखते हैं। हालांकि बीते कुछ मैचों में ऐसा नहीं हो पाया है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि चेन्नई इन्हें हल्के में ले।

भुवनेश्वर, कौल टीम को बेहतरीन शुरुआत देते है और राशिद-शाकिब की जोड़ी मध्य में बल्लेबाजों के लिए रनों को तरसा देती है। यह सभी साथ में लगातर अंतराल पर विकेट भी निकालते रहते हैं। अंत में भुवनेश्वर अपने विशेषता दिखाते हुए रनों पर अंकुश लगाते हैं।

बल्लेबाजी टीम प्रबंधन के लिए थोड़ी चिंता का विषय हो सकती है। कप्तान केन विलियमसन के अलावा कोई भी बल्लेबाज लगातार बल्ले से रन नहीं कर पाया है। पिछले कुछ मैचों में शिखक धवन का बल्ला भी रंग में आ गया है और मध्यक्रम में मनीष पांडे भी अपना काम बखूबी निभा रहे हैं।

युसूफ पठान का बल्ला हालांकि शांत रहा है। इस अहम मैच में टीम प्रबंधन युसूफ के बल्ले का जौहर भी देखना चाहेगा।

टीमें (संभावितें) :

सनराइजर्स हैदराबाद : केन विलियमसन (कप्तान), भुवनेश्वर कुमार, शिखर धवन, शाकिब अल-हसन, मनीष पांडे, कार्लोस ब्रैथवेट, यूसुफ पठान, रिद्धिमान साहा (विकेटकीपर), राशिद खान, रिक्की भुई, दीपक हुड्डा, सिद्धार्थ कौल, टी. नटराजन, मोहम्मद नबी, बासिल थम्पी, के. खलील अहमद, संदीप शर्मा, सचिन बेबी, क्रिस जोर्डन, तन्मय अग्रवाल, श्रीवत्स गोस्वामी, बिपुल शर्मा, मेहेदी हसन और एलेक्स हेल्स।

चेन्नई सुपर किंग्स : महेंद्र सिंह धौनी (कप्तान/विकेटकीपर), रवींद्र जडेजा, सुरेश रैना, ड्वायन ब्रावो, शेन वाटसन, अंबाती रायुडू, मुरली विजय, हरभजन सिंह, फाफ डु प्लेसिस, सैम बिलिंग्स, दीपक चहर, लुंगी नगिदी, के.एम. आसिफ, कनिष्क सेठ, मोनू सिंह, ध्रुव शोरे, क्षितिज शर्मा, चैतन्य बिश्नोई, कर्ण शर्मा, इमरान ताहिर, शार्दूल ठाकुर, एन. जगादेसन।