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केरल में निपाह वायरस ने एक बार फिर दी दस्तक, स्वास्थ्य मंत्री ने की पुष्टि

इससे पहले कोच्चि में निपाह वायरस का एक संदिग्ध मामला सामने आया था.

Updated on: 04 Jun 2019, 10:25 AM

नई दिल्ली:

केरल की स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने प्रदेश में निपाह वायरस की पुष्टि की है. इससे पहले कोच्चि में निपाह वायरस का एक संदिग्ध मामला सामने आया था. 23 साल के एक छात्र को निपाह वायरस से संक्रमित होने के शक में अस्पताल में भर्ती कराया गया है. स्वास्थ्य मंत्री ने सोशल मीडिया यूजरों से बीमारी को लेकर लोगों में दहशत नहीं फैलाने की अपील भी की है. उन्होंने कहा कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है. स्वास्थ्य विभाग हर तरह की परिस्थिति को संभालने के लिए तैयार है. हमारे पास जरूरत की सभी दवाइयों का संग्रह है. इस बीमारी से निपटने के लिए एर्नाकुलम मेडिकल कॉलेज में अलग से वॉर्ड बना दिया गया है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि छात्र के परिजनों के साथ ही उसके संपर्क में आने वाले 86 लोगों को भी चिकित्सकीय निगरानी में रखा गया है.

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हालांकि निपाह वायरस की पुष्टि के लिए पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) से रिपोर्ट मिलने का इंतजार है. वहीं, मुख्यमंत्री पी विजयन ने कहा कि हालात पर नजदीकी नजर रखी जा रही है और ऐहतियाती उपाय किए जा रहे हैं.

स्वास्थ्य मंत्री ने कोच्चि में स्वास्थ्य विभाग के शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक के बाद कहा कि छात्र के खून के सैंपल को जांच के लिए अलपूझा स्थित राज्य विषाणु विज्ञान एवं संक्रामक रोग संस्थान भेजा गया था, जहां निपाह से मिलते-जुलते वायरस से पीडि़त होने की पुष्टि हुई थी. आगे की जांच के लिए सैंपल को पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान भेजा गया है, जिसकी रिपोर्ट का इंतजार है.

वहीं, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, निपाह वायरस एक नई उभरती बीमारी है. इसे 'निपाह वायरस एन्सेफलाइटिस' भी कहा जाता है. यह एक तरह का दिमागी बुखार है, जिसका संक्रमण तेजी से फैलता है. संक्रमण होने के 48 घंटे के भीतर यह व्यक्ति को कोमा में पहुंचा देता है. इसकी जद में जो भी व्यक्ति आता है उसे सांस लेने में दिक्कत के साथ सिर में भयानक दर्द और तेज बुखार होता है.